नई दिल्ली। इससे पहले विदेश मंत्रालय ने रविवार को बताया कि इस सम्मेलन में लगभग 125 देशों के प्रतिनिधि भाग लेंगे, जिनमें मंत्री, पूर्व राष्ट्राध्यक्ष, सैन्य कमांडर, उद्योग जगत की प्रमुख हस्तियां, प्रौद्योगिकी क्षेत्र के दिग्गज, शिक्षाविद, पत्रकार, सामरिक मामलों के विद्वान और प्रमुख विचारक संस्थाओं के विशेषज्ञ शामिल होंगे।