लखनऊ। ई वोटिंग की बात करना अब जरूरी हो गया है क्योंकि चुनाव आयोग से लेकर राजनीतिक दलों तक के मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाने के बाद भी मत प्रतिशत 65 फीसदी से ज्यादा नहीं बढ़ पा रहा है। उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में तो ये जैसे-तैसे 60 फीसदी भी नहीं पहुंच पाता।