नई दिल्ली। स्ट्रोक के बाद बोलने में दिक्कत और भाषा की समस्या को स्वदेशी म्यूजिक थेरेपी से दूर किया जाएगा। एम्स ऐसे रोगियों की समस्याओं को दूर करने के लिए शोध कर रहा है। मौजूदा समय में डच, स्पेनिश सहित कुछ अन्य देशों में इस्तेमाल होने वाली थेरेपी को भारत में इस्तेमाल किया जाता है।