शिमला । बर्फबारी के बाद किन्नौर और लाहौल-स्पीति की वादियां सैलानियों को खासा आकर्षित कर रही हैं। शिमला, मनाली, धर्मशाला और डलहौजी के मुकाबले प्रदेश के ट्रैवल एजेंट्स के पास किन्नौर और लाहौल-स्पीति के लिए अधिक इंक्वायरी आ रही है।होटल और होम स्टे में एडवांस बुकिंग चल रही है और जनवरी के पूरे माह के लिए अधिकांश कमरे बुक हैं।
किन्नौर, लाहौल-स्पीति में बर्फ से लकदक पहाड़ सैलानियों का स्वागत कर रहे हैं। किन्नौर और लाहौल-स्पीति पहुंचने के लिए सैलानी किन्नौर जिला के समदो और कुल्लू जिला के मनाली से होकर आवाजाही कर रहे हैं।
शहरों के शोर-शराबे से दूर एकांत सैलानियों को आकर्षित कर रहा है। सैलानी सराहन, सांगला, छितकुल, कल्पा, ताबो, काजा और केलांग के होटलों में बुकिंग करवा रहे हैं। चंडीगढ़ और अंबाला से रोजाना टेंपो ट्रैवलर किन्नौर और लाहौल स्पीति के लिए पैक होकर रवाना हो रहे हैं। कुछ सैलानी चंडीगढ़ से फोर बाई फोर गाड़ियां भी किराये पर लेकर किन्नौर और लाहौल-स्पीति का रुख कर रहे हैं।
ट्रैवल एजेंट्स एसोसिएशन के महासचिव मनु सूद ने बताया कि बीते कुछ सालों से किन्नौर और लाहौल-स्पीति के प्रति सैलानियों का रुझान बढ़ रहा है। गर्मियों और सर्दियों में बड़ी संख्या में सैलानी किन्नौर और लाहौल-स्पीति के पर्यटन स्थलों का रुख कर रहे हैं। हिमाचल के अन्य पर्यटन स्थलों के मुकाबले किन्नौर और लाहौल- स्पीति के लिए अधिक इंक्वायरी आ रही है।
चमका कारोबार
लाहौल घाटी में सैलानियों के आगमन से पर्यटन कारोबारियों के चेहरे खिल उठे हैं। होटल कारोबारी कारोबारी जश्न के बाद से ही सैलानियों का पाटी में आना लगातार जारी है। होटलों के अलावा होम स्टे में भी सैलानियों की भारी भीड़ चल रही है। साहसिक गतिविधियां संचालित करने वाले कारोबारी भी सैलानियों की संख्या बढ़ने से उत्साहित है। उधर, शिमला, धर्मशाला, कसौली में भी इन दिनों बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंच रहे है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार फिर बर्फबारी हुई तो पर्यटन स्थल दोबारा सैलानियों से गुलजार हो जाएगे।