इंफाल। रविवार को इंफाल ईस्ट जिले के एसपी कार्यालय में लोगों ने एके 56 राइफल मैगजीन के साथ, एक एमएएस सीरीज बोल्ट एक्शन स्नाइपर राइफल मैगजीन के साथ और एक 303 राइफल मैगजीन के साथ समेत तीन आग्नेयास्त्रों का समर्पण किया।
मणिपुर के राज्यपाल अजय भल्ला की अपील का असर दिखने लगा है। मणिपुर के थौबल और इंफाल ईस्ट जिलों में लोगों ने लूटी गई एके 56 राइफल समेत कम से कम 11 आग्नेयास्त्रों को वापस लौटाया है। पुलिस ने सोमवार को बताया कि रविवार को थौबल जिले के एसपी कार्यालय में लोगों ने सात आग्नेयास्त्रों का समर्पण किया।
इनमें एक एसएमजी कार्बाइन मैगजीन के साथ, एक आंसू गैस गन, दो स्नाइपर राइफल, एक डबल बैरल गन, एक सिंगल बैरल गन, एक .38 एमएम पिस्तौल, दो 2 इंच मोर्टार शेल, दो इम्प्रोवाइज्ड आईईडी, सात हथगोले शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि रविवार को इंफाल ईस्ट जिले के एसपी कार्यालय में लोगों ने एके 56 राइफल मैगजीन के साथ, एक एमएएस सीरीज बोल्ट एक्शन स्नाइपर राइफल मैगजीन के साथ और एक 303 राइफल मैगजीन के साथ समेत तीन आग्नेयास्त्रों का समर्पण किया। इंफाल ईस्ट जिले में दो हथगोले और 44 गोला-बारूद भी समर्पण किए गए।
शनिवार को इंफाल पुलिस स्टेशन में एक 9 एमएम कार्बाइन ए1 भी वापस लौटाई गई है। इस बीच, चुराचांदपुर जिले के लांगजा इलाके में तलाशी अभियान के दौरान सुरक्षा बलों ने रविवार को मैगजीन के साथ एक 303 राइफल, तीन सिंगल बैरल (देशी) बंदूक, एक हाई ट्रैजेक्टरी मॉडिफाइड 81 एमएम मोर्टार (पंपी), तीन आईईडी, गोला-बारूद और तीन इम्प्रोवाइज्ड बम जब्त किए।
मणिपुर के राज्यपाल अजय कुमार भल्ला ने 20 फरवरी को संघर्षग्रस्त राज्य के लोगों से सात दिनों के भीतर स्वेच्छा से लूटे गए और अवैध रूप से रखे गए हथियारों को समर्पण करने का आग्रह किया था। उन्होंने आश्वासन दिया कि इस अवधि के दौरान हथियार छोड़ने वालों के खिलाफ कोई दंडात्मक कार्रवाई शुरू नहीं की जाएगी।
मणिपुर में 13 फरवरी को राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया था और विधानसभा को निलंबित कर दिया गया था। इससे कुछ दिन पहले ही एन बीरेन सिंह ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। इससे राज्य में राजनीतिक अनिश्चितता की स्थिति पैदा हो गई थी। मणिपुर में भाजपा सरकार का नेतृत्व कर रहे सिंह ने करीब 21 महीने तक चली जातीय हिंसा के बाद मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। इस हिंसा में अब तक 250 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है।