नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने नोएडा में एक रियल एस्टेट कंपनी के निदेशक की पत्नी को बंधक बनाकर लूट करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस वारदात की साजिश गिरोह के सदस्यों ने बिहार में रची थी।
दिल्ली पुलिस ने नोएडा में एक रियल एस्टेट कंपनी के निदेशक की पत्नी को बंधक बनाकर 60 लाख रुपये की नकदी, आभूषण और प्रॉपर्टी के कागजात लूटने की गुत्थी को सुलझाने का दावा करते हुए वारदात के मास्टरमाइंड शाहबाद डेयरी, दिल्ली निवासी परवीन उर्फ सोनू उर्फ मोटा (30 ) व उसके साथी बिहार निवासी राजेश राय (41) को गिरफ्तार किया है। इस वारदात की साजिश गिरोह के सदस्यों ने बिहार में रची थी। आरोपियों में से एक पर पहले भी एमसीओसी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया जा चुका है।
क्राइम ब्रांच के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त संजय कुमार सैन ने बताया कि नोएडा, सेक्टर-61 में डकैती के मामले की जांच शाखा की एक टीम कर रही थी। मुख्य आरोपी शाहबाद डेयरी, दिल्ली निवासी परवीन उर्फ सोनू उर्फ मोटा के बारे में हवलदार सुनील को सूचना मिलने के बाद इंस्पेक्टर सतेंद्र मोहन और महिपाल सिंह की टीम ने दिल्ली के कुतुब मीनार मेट्रो स्टेशन पर छापेमारी कर परवीन उर्फ सोनू उर्फ मोटा को गिरफ्तार कर लिया। इससे पूछताछ के बाद इसके साथी राजेश को छतरपुर पहाड़ी, दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया। इनके कब्जे से लूटी गई रकम में से 4.70 लाख बरामद किए गए हैं।
कई सप्ताह से रह रहे थे साजिश
पूछताछ में राजेश ने बताया कि वह और अमित मुख्य मास्टरमाइंड थे। उसने खुलासा किया कि वह कई हफ्तों से डकैती करने की साजिश रच रहे थे। उनकी इस साजिश में देवेंद्र को राहुल के झूठे नाम से रसोइया बनाकर पीड़ित के घर में भेजा था। राजेश ने आगे खुलासा किया कि गिरोह के कुछ सदस्य मधुबनी और चंपारण, बिहार से हैं। रसोइया देवेंद्र की मदद से घर के अंदर आसानी से घुसने के बाद राजेश और अमित ने पीड़ित महिला को बंधक बना लिया।
जीपीएस लगे होने की संभावना से कार को छोड़ दिया था
पुलिस अधिकारियों के अनुसार सोनू और अमित के अन्य दो साथियों ने घर के बाहर चौकीदारी की और आसपास नजर रखी। डकैती को अंजाम देने के बाद, आरोपी व्यक्ति पीड़ित की फॉर्च्यूनर कार लेकर फरार हो गए। लेकिन कार में जीपीएस होने की संभावना को देखते हुए उसे नोएडा में ही छोड़ दिया।
लूट की रकम बांट ली थी
पूछताछ के दौरान, सोनू ने खुलासा किया कि रकम 60 लाख रुपये नकद, सोने के आभूषण और दस्तावेज लूटे थे। सोनू ने कबूल किया कि उसे और राजेश राय को लूट से 8 लाख रुपये मिले थे। पुलिस ने इनमें से 4.70 लाख उनसे बरामद कर लिए हैं। रसोइए ने सिम कार्ड उपलब्ध कराया था। बिहार गैंग के अमित ने पूरी डकैती को अंजाम दिया।
देश के कई हिस्सों में वारदात कर चुका
राजेश राय भारत के विभिन्न स्थानों पर अत्यधिक संगठित डकैती की वारदात कर चुका है। वह जल्द ही हिंसक डकैतियों में अपनी भागीदारी के लिए कुख्यात हो गया। उसने इसी तरह की कई डकैतियां कीं, जिनमें से चार मुंबई, महाराष्ट्र की और एक दिल्ली की है। उस पर मकोका के तहत भी मामला दर्ज किया गया था। परवीन राजेश राय के संपर्क में उसके एक पुराने साथी के साथ आया था।