नई दिल्ली । दिल्ली के एक निजी अस्पताल में 32 साल की महिला के पित्ताशय से करीब 1500 पत्थर निकाले गए। महिला का इलाज करने वाले सर्जन डॉ मनीष के गुप्ता ने बताया कि रिया शर्मा जंक और वसायुक्त भोजन खाने के बाद लगातार सूजन और भारीपन से परेशान थी।
अस्पताल पहुंचने के बाद अस्पताल में सफलतापूर्वक लेप्रोस्कोपिक कोलेसिस्टेक्टोमी हुआ। महिला गैस के कारण खुद दवा भी ले रही थी। महिला के पेट के ऊपरी दाहिने हिस्से में बार-बार दर्द होता था। यह दर्द उसकी पीठ और कंधे तक फैल जाता था। अक्सर उल्टी भी होती थी। महिला मरीज गुरुग्राम निवासी रिया शर्मा का कहना है कि अकेली रहने के कारण अधिकतर बाहर के खाने पर निर्भर रहती हूं। कुछ सप्ताह से वह लगातार पेट फूलने और भारीपन से पीड़ित थीं। इस समस्या से निपटने के लिए उन्होंने पारिवारिक चिकित्सक से परामर्श के बाद अल्ट्रासाउंड करवाया।
इसमें पता चला कि पित्ताशय में पथरी भरी हुई है। उसके बाद उन्हें निजी अस्पताल रेफर कर दिया गया। डॉ गुप्ता ने कहा कि बड़ी संख्या में पथरी होने के बावजूद सर्जरी के अगले दिन मरीज को छुट्टी दे दी गई। वह अब सामान्य आहार खा सकती हैं। उन्होंने कहा कि यह छोटे पत्थर सामान्य पित्त नली (सीबीडी) में जा सकते हैं, जिससे पीलिया और अग्नाशयशोथ हो सकता है। उन्होंने कहा कि यदि समय पर इलाज न होता तो समस्या और गंभीर हो सकती थी।