दुबई । सऊदी अरब में एक शिक्षक को सोशल मीडिया पर विवादित पोस्ट करने पर 20 की जेल की सजा सुनाई गई है। 47 साल के असद अल-गामदी को नवंबर 2022 में सऊदी के शहर जेद्दा में उनके घर पर रात में छापेमारी के दौरान गिरफ्तार किया गया था। ह्यूमन राइट्स वॉच(HRW) ने मंगलवार को यह जानकारी दी है।
29 मई को अदालत ने दोषी ठहराया था
असद को 29 मई को सऊदी अरब की विशेष आपराधिक न्यायालय द्वारा दोषी ठहराया गया था। अदालत की स्थापना 2008 में आतंकवाद के संदिग्ध आरोपियों की पहचान के लिए स्थापित किया गया था।ॉवहीं शिक्षक को सजा के बाद एचआरडब्ल्यू ने कहा, " शांतिपूर्ण सोशल मीडिया गतिविधि से संबंधित मामले में असद को 20 साल जेल की सजा सुनाई गई है। यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर एक और कार्रवाई है।"
एचआरडब्ल्यू ने बताया कि अदालती दस्तावेजों से पता चला कि असद पर राजा और क्राउन प्रिंस के कामों को चुनौती देने और झूठे, दुर्भावनापूर्ण समाचार फैलाने का आरोप लगाया गया था। एचआरडब्ल्यू के मुताबिक, उनके खिलाफ सबूत के तौर पर इस्तेमाल किए गए पोस्ट में विजन 2030 सुधार एजेंडे से जुड़ी परियोजनाओं की आलोचना की गई थी।
सोशल मीडिया पर उनकी एक पोस्ट में प्रमुख सऊदी मानवाधिकार नेता अब्दुल्ला अल-हमीद के निधन पर शोक व्यक्त किया था, जिसको कोर्ट ने अपराध माना है। गामदी पर भी वही आरोप हैं जो उनके भाई मोहम्मद पर हैं, जो एक सरकारी आलोचक हैं। जिन्होंने कथित भ्रष्टाचार और मानवाधिकारों के हनन की सोशल मीडिया पर निंदा की थी।
मोहम्मद को भी पिछले साल कोर्ट ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के कारण मृत्यदंड की सजा सुनाई थी।
सोशल मीडिया पर पोस्ट करने पर कई लोगों को सजा
अधिकार समूहों के मुताबिक, पिछले दो वर्षों में सऊदी न्यायपालिका ने कई व्यक्तियों को उनके सोशल मीडिया पोस्ट के लिए दोषी ठहराया है और लंबी जेल की सजा सुनाई है।