गुजरात के सूरत जिले में शनिवार दोपहर सचिन पाली इलाके में छह मंजिला इमारत अचानक ढह गई। हादसे के बाद मौके पर राहत और बचाव कार्य चलाने वाले सूरत के मुख्य अग्निशमन अधिकारी बसंत पारीक ने बताया, पूरी रात तलाशी अभियान जारी रहा। सात शव बरामद किए जा चुके हैं।
पुलिस आयुक्त ने दी जानकारी
सूरत के पुलिस कमिश्नर अनुपम गहलोत ने बताया कि राज्य आपदा राहत दल (एसडीआरएफ) और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीम बचाव अभियान चला रही है। उन्होंने कहा कि 6-7 लोगों के फंसे होने की आशंका है। तीन शव निकाले जा चुके हैं। एक व्यक्ति घायल है और उसे बचा लिया गया है।
अभी राहत और बचाव कार्य बंद नहीं हुआ है
देर रात रेस्क्यू ऑपरेशन में काफी चुनौतियों का भी सामना करना पड़ा। राहत और बचाव दल में शामिल लोगों के मुताबिक मलबे के नीचे कई और लोगों के फंसे होने की भी आशंका है। रेस्क्यू ऑपरेशन बंद किए जाने की घोषणा नहीं हुई है।
इमारत के मलबे में देर रात तक चलती रही तलाशी
शनिवार देर रात रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी पुलिस और बचाव टीम ने हादसे के बाद मकान के मलबे से एक शव बरामद किया।
मलबे में कई लोगों के दबे होने की आशंका- पुलिस
सूरत के पुलिस कमिश्नर अनुपम सिंह गहलोत ने बताया, कि दोपहर करीब 3 बजे सचिन इलाके में एक छह मंजिला इमारत ढह गई। इस इमारत में रहने वाले कई लोग मलबे में फंसे हैं। पुलिस और दमकल की गाड़ियां तुरंत मौके पर पहुंच गईं। मलबे में दबी एक महिला को सफलतापूर्वक बचा लिया गया। इस इमारत के अंदर 30 फ्लैट में से 4-5 फ्लैट में कुछ लोग रह रहे थे और बाकी फ्लैट खाली थे। जब ये हादसा हुआ तो उस वक्त इमारत में रहने वाले कई लोग काम पर गए थे और कई लोग रात की शिफ्ट के बाद इमारत में सो रहे थे, जो फंस गए। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें काम कर रही हैं, अनुमान है कि मकान के मलबे में अभी भी 5-6 लोग फंसे हुए हैं।
इमारत काफी जर्जर हो गई थी
सूरत के पुलिस आयुक्त अनुपम सिंह गहलोत ने बताया कि इमारत का निर्माण 2016-17 में हुआ था। जिनमें से अधिकतर इस क्षेत्र में स्थित कारखानों में काम करने वाले लोग रहते थे। मामले में स्थानीय लोगों ने बताया कि इमारत काफी जर्जर हो गई थी और प्रशासन ने इसे खाली करने के लिए नोटिस भी दे दिया था, लेकिन फिर लोग इसमें रह रहे थे। वहीं इस हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने कुछ घायलों को अस्पताल पहुंचाया। फिलहाल पुलिस और बाकी टीमें बचाव अभियान चला रही है।