नई दिल्ली। आधी आबादी पर भाजपा का खूब जादू चला। जिन 41 सीटों पर महिलाओं ने ज्यादा मतदान किया, उनमें से 30 सीटों पर भाजपा को जीत मिली। महिलाओं को आप का ये फ्री का पैंतरा न लुभा पाया।
दिल्ली चुनाव में महिलाओं पर भाजपा का ऐसा जादू चला कि जिन 41 सीटों पर आधी आबादी ने ज्यादा मतदान किया, उनमें से 30 सीटों पर भाजपा को जीत मिली। आप का फ्री बस का पैंतरा महिलाओं को लुभा नहीं पाया। पेयजल संकट, गंदा पानी व सीवर की समस्या को लेकर महिलाओं ने आप का साथ नहीं दिया। दअरसल, बुधवार को राजधाीन में कुल 60.90 फीसदी महिलाओं तो 60.20 फीसदी पुरुषों ने मतदान किया था।
70 सीटों में से 41 पर महिलाओं ने पुरुषों से ज्यादा मतदान किया था। वर्ष 2020 के चुनाव में महिलाएं पुरुषों से मतदान करने में मात्र .09 फीसदी ही पीछे रही थीं, जबकि 31 सीटों पर पुरुषों से आगे थीं। इनमें से 28 सीटों पर आप को जीत मिली थी। आप ने महिलाओं के लिए डीटीसी बसों में मुफ्त सफर योजना को शुरु किया था, जिसका लाभ उन्हें नतीजों में मिला था। इस बार स्टैंड पर डीटीसी बसों के न रुकने से महिलाओं में नाराजगी थी। इसके अलावा हर विधानसभा क्षेत्र में पेयजल संकट, सीवर की समस्या से हर तबके की महिलाएं परेशान थीं।
भाजपा ने आठ महिलाओं को उतारा, चार को मिली जीत
आप, भाजपा व कांग्रेस ने कुल 26 महिला उम्मीदवारों पर भरोसा जताया। भाजपा ने आठ को टिकट दिया जिनमें से शालीमार बाग से रेखा गुप्ता, वजीरपुर से पूनम शर्मा, नजफगढ़ से नीलम व ग्रेटर कैलाश से शिखा राय ने जीत का ताज पहना। वहीं, आप ने 9 महिलाओं को चुनावी मैदान में उतारा था।
केवल कालकाजी से आतिशी ही सीट बचा पाईं, जबकि कांग्रेस ने भी 9 महिला उम्मीदवारों को मौका दिया था, जो हार गईं। वर्ष 2020 में आप की मंगोलपुरी से राखी, शालीमार बाग से वंदना कुमारी, त्रिनगर से प्रीति तोमर, राजौरी गार्डन से धनवंती चंदेला, हरि नगर से राजकुमारी ढिल्लों, पालम से भावना गौर, आरके पुरम से प्रर्मिला टोकस, कालकाजी से आतिशी को जीत मिली थी। वर्ष 2015 के नतीजों में 6 महिलाओं को जीत हासिल हुई थी।