तिरुवनंतपुरम। केरल के कोट्टायम सरकारी नर्सिंग कॉलेज में जूनियर छात्र के साथ हुए क्रूर रैगिंग मामला दिन-प्रतिदिन और तूल पकड़ता जा रहा है। इसी बीच राज्य स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान जारी कर बताया कि मामले में कॉलेज के प्रिंसीपल और सहायक प्रोफेसर को निलंबित कर दिया गया है।
केरल के कोट्टायम सरकारी नर्सिंग कॉलेज के छात्रावास में एक जूनियर छात्र के साथ क्रूर रैगिंग मामले में राज्य स्वास्थ्य मंत्रालय ने बड़ा एक्शन लिया है। इसके तहत मंत्रालय ने कॉलेज के प्रिंसीपल और एक सहायक प्रोफेसर को निलंबित कर दिया है। मामले में मंत्रालय की ओर से शुक्रवार देर रात बयान जारी कर इस बात की जानकारी दी गई। बता दें कि छात्रावास में जूनियर छात्र से साथ हुई रैगिंग के मामले के चलते राज्य भर में आक्रोश का माहौल था। साथ ही लोगों ने प्रिंसीपल के निलंबन की मांग भी की थी।
स्वास्थ्य मंत्री के कार्यलाय का बयान
निलंबन को लेकर स्वास्थ्य मंत्री के कार्यालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि प्रिंसिपल सुलेखा ए टी और सहायक प्रोफेसर अजेश पी मणि को रैगिंग की जांच करने और मामले में प्रभावी रूप से हस्तक्षेप करने में कथित रूप से विफल रहने के लिए निलंबित कर दिया गया है। इसके अलावा, हॉस्टल के हाउसकीपर-कम-सिक्योरिटी को भी तुरंत हटाने का आदेश दिया गया है।
पांच छात्रों की गिरफ्तारी
लड़कों के छात्रावास में हुई इस घटना में कॉलेज के पांच छात्रों सैमुअल जॉनसन, राहुल राज, जीव, रिजिल जीत और विवेक को गिरफ्तार किया गया है। उन पर रैगिंग निषेध अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है और वे फिलहाल जिला जेल में हैं। बाद में कांग्रेस के नेतृत्व वाली विपक्षी यूडीएफ ने दावा किया है कि आरोपियों का वामपंथी छात्र संगठन एसएफआई से संबंध है, हालांकि एसएफआई ने इन दावों का खंडन किया है ।
एक नजर पूरी घटना पर
गौरतलब है कि बीते गुरुवार को कोट्टायम सरकारी नर्सिंग कॉलेजएक जूनियर छात्र के साथ बहुत ही क्रूर रैगिंग हुई। पीड़ित छात्र को खाट से बांध दिया गया और कंपास से बार-बार छेदा गया। इसके अलावा, उसे अर्धनग्न कर दिया गया और उसके साथ बहुत ही भयानक कृत्य किए गए। इस मामले में पांच छात्रों को गिरफ्तार किया गया है। साथ ही शुक्रवार देर रात स्वास्थ्य मंत्रालय ने कॉलेज के प्रिंसिपल और एक सहायक प्रोफेसर को निलंबित कर दिया गया है।
रैगिंग के एक और मामले में तीन छात्र गिरफ्तार
पुलिस ने शनिवार को बताया कि कोलावल्लूर में एक सरकारी सहायता प्राप्त उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के तीन प्लस टू छात्रों को रैगिंग के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। ये छात्र एक जूनियर छात्र पर हमला करने के दोषी पाए गए हैं। पुलिस के अनुसार, पांच छात्रों ने 12 फरवरी को एक जूनियर पर हमला किया क्योंकि उसने वरिष्ठों का सम्मान नहीं किया और उनके 'आदेशों' का पालन नहीं किया।
कोलावल्लूर पुलिस ने मारपीट के आरोप में पांच छात्रों के खिलाफ मामला दर्ज किया और तीन को गिरफ्तार कर लिया। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि स्कूल अधिकारियों द्वारा शिकायत दर्ज कराने के बाद, पुलिस ने केरल रैगिंग निषेध अधिनियम के तहत आरोप लगाए।
17 वर्षीय प्लस वन के छात्र के हाथ में फ्रैक्चर हो गया है और उसका इलाज चल रहा है। स्कूल अधिकारियों ने घटना के बाद आरोपियों को निलंबित कर दिया और जांच शुरू कर दी। यह घटना एक दिन बाद सामने आई जब कोट्टायम के सरकारी नर्सिंग कॉलेज में एक जूनियर छात्र पर क्रूर रैगिंग के आरोप में पांच छात्रों को गिरफ्तार किया गया था।