नई दिल्ली। देश में पड़ रही भीषण गर्मी से बचने के लिए लोग छुट्टियों पर निकल रहे हैं। इस वजह से इस साल अब तक सालाना आधार पर ग्रीष्मकालीन यात्राओं में 40 फीसदी की वृद्धि हुई है। इस दौरान आतिथ्य और यात्रा सेवाओं की जोरदार मांग देखने को मिल रही है। आम चुनावों का कॉरपोरेट बैठक, प्रोत्साहन, सम्मेलन और प्रदर्शनी (एमआईसीई) व्यवसाय पर मामूली प्रभाव पड़ा है।
होटल एसोसिएशन ऑफ इंडिया के चेयरमैन केबी काचरू ने कहा, देश के उत्तरी हिस्से में रहने वाले लोग गर्मी से बचने के लिए पहाड़ों की ओर जाते हैं। इस साल गर्मियों की यात्रा में 30 से 40 फीसदी की बढ़ोतरी होगी।
पारिवारिक सेगमेंट में 20 फीसदी वृद्धि
मेकमाईट्रिप के सह-संस्थापक राजेश मागो ने कहा कि यात्रा की योजना के लिहाज से गर्मी हमेशा साल की बड़ी तिमाही होती है। इस साल भी इस क्षेत्र में उछाल जारी है। 2023 की गर्मियों की तुलना में इस साल पारिवारिक यात्रा सेगमेंट में 20 फीसदी वृद्धि हुई है। व्यक्तिगत यात्रा में 10 फीसदी तक तेजी है।
हिमाचल, कश्मीर, गोवा और केरल पसंदीदा
इस गर्मी में सबसे अधिक बुक किए गए स्थानों में हिमाचल प्रदेश, कश्मीर, गोवा, केरल और पूर्वोत्तर पसंदीदा है। गोवा सबसे लोकप्रिय समुद्र तट गंतव्य बना हुआ है। इसके बाद वर्कला, पुड्डुचेरी और अंडमान-निकोबार द्वीप समूह हैं।
बुकिंग में समुद्र तटों की 53 फीसदी हिस्सेदारी
रॉयल ऑर्किड होटल्स के चेयरमैन चंदर के बालजी ने कहा, चुनावों का कॉरपोरेट और एमआईसीई व्यवसाय पर मामूली प्रभाव पड़ सकता है। लेकिन समूह स्तर पर खुदरा कारोबार में सालाना आधार पर 20 फीसदी की वृद्धि हुई है। ओयो के प्रवक्ता ने कहा, कुल अवकाश बुकिंग में समुद्र तटों की हिस्सेदारी 53 फीसदी है। पहाड़ी स्थानों की हिस्सेदारी 47 फीसदी है।