नई दिल्ली । केंद्र सरकार ने देश की सभी दूरसंचार कंपनियों को निर्देश दिया है कि विदेश से आने वाले ऐसे सभी फर्जी फोन कॉल पर रोक लगाएं, जो भारतीय फोन नंबरों की तरह दिखते हैं।
दूरसंचार विभाग (डीओटी) ने रविवार को एक बयान जारी कर बताया, विभाग और दूरसंचार कंपनियों ने ऐसी प्रणाली विकसित की है, जिससे इस तरह के अंतरराष्ट्रीय फोन कॉल की पहचान कर भारतीय ग्राहकों तक पहुंचने से पहले उन्हें रोका जा सकता है। इसी के मद्देनजर अब कंपनियों को इन कॉल पर रोक लगाने के निर्देश दिए गए हैं। विभाग ने बताया कि अपराधी भारतीय ग्राहकों को विदेश से फोन कर साइबर अपराध व वित्तीय धोखाधड़ी को अंजाम दे रहे हैं। वे ऐसा आभास देते हैं कि ये फोन भारत से ही किए जा रहे हैं, जबकि हकीकत में साइबर अपराधी विदेश में बैठकर कॉलिंग लाइन आइडेंटिटी (सीएलआई) में छेड़छाड़ कर ये फोन कर रहे होते हैं। इन फोन कॉल के जरिये हाल में डिजिटल अरेस्ट, कूरियर घोटाला, दूरसंचार विभाग की ओर से मोबाइल ब्लॉक करने की चेतावनी देकर ठगी जैसी घटनाएं हुई हैं।
लोग संचार साथी पर दें फर्जी कॉल की जानकारी
दूरसंचार विभाग ने बयान में कहा, भारतीय लैंडलाइन नंबरों जैसे दिखने वाले अंतरराष्ट्रीय कॉल पर कंपनियां पहले ही रोक लगा रही हैं, लेकिन तमाम प्रयास के बावजूद कुछ धोखेबाज अपने मंसूबों में कामयाब हो सकते हैं। ऐसे फोन कॉल आने पर लोग संचार साथी पोर्टल पर इसकी सूचना दें।