अमेठी। हादसे में डंपर और मालगाड़ी का इंजन, इलेक्ट्रिक लाइन, पोल, बैरिकेडिंग एवं तार क्षतिग्रस्त हो गए। इसके बाद डंपर चालक भी मौके से भाग निकाला। लेकिन, बस्ती जिले के मरवटिया रूधौली निवासी खलासी सोनू चौधरी घायल हो गया।
सूचना पर पहुंचे रेलकर्मियों ने राहत व बचाव कार्य शुरू किया। साथ ही मामले की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी।
यूपी के अमेठी में मंगलवार की तड़के लखनऊ-सुल्तानपुर रेल ट्रैक पर भीषण हादसा हो गया। यहां निहालगढ़ के पूरे शोहरत स्थित रेलवे क्रासिंग बंद हो रही थी। इसी समय तेज रफ्तार डंपर रेल क्रॉसिंग के एक साइड का बूम तोड़ते हुए ट्रैक पर पहुंच गया। गेटमैन ने देखा तो फाटक बंद करके भाग गया। इससे डंपर ट्रैक पर फंसा रह गया।
कुछ देर में ही मालगाड़ी आ गई। ट्रेन ट्रैक पर खड़े डंपर को टक्कर मारते हुए आगे बढ़ गई। ट्रेन में फंसकर डंपर करीब 100 मीटर तक घिसटता रहा। इससे ट्रैक के कई पोल क्षतिग्रस्त हो गए। लाइन क्षतिग्रस्त हो गई। रेल परिचालन बाधित हो गया। डंपर के परखच्चे उड़ गए। डंपर की लोहे की चादर ट्रेन के इंजन के आगे की हिस्से में चिपक गई। इंजन के कांच टूट गए।
दरअसल, पूरे शोहरत रेलवे क्रासिंग पर तैनात गेटमैन आनंद हर्ष वर्धन को निहालगढ़ रेलवे स्टेशन से वाराणसी की तरफ जा रही मालगाड़ी के आने का संकेत मिला। इस पर फाटक बंद कर रहा था। इसी बीच रायबरेली से अयोध्या जा रहा डंपर क्रॉसिंग का बूम तोड़ते हुए रेल ट्रैक पर पहुंच गया। डंपर को ट्रैक पर देखने के बाद भी गेटमैन ने क्रासिंग पूरी तरह बंद कर दी।
क्रॉसिंग बंद होने से डंपर चालक ने डाउन रेल लाइन किनारे वाहन खड़ा करके गेटमैन से क्रासिंग खोलने की बात कही। लेकिन, गेटमैन उसकी बातों को अनसुना करते हुए मौके से भाग निकला। चालक जब तक गाड़ी आगे पीछे करता तब तक मालगाड़ी आ गई। मालगाड़ी से टकराने के बाद डंपर 100 मीटर तक घिसटता चला गया।
सूचना के बाद उत्तर रेलवे मंडल लखनऊ रेल प्रबंधक सहित रेलवे संरक्षा और सुरक्षा की टीम की मौजूदगी में सुरक्षा व सुरक्षा नियमों के बीच गैस कटर से काटकर रास्ते को साफ करने क्षतिग्रस्त रेलवे लाइन और पोल को ठीक किया। सुबह ट्रैक किनारे लगे पोल की आपूर्ति बाधित होने से अंधेरे में काम करने में भी परेशानी हुई।
छह घंटे बाद ट्रेन से हटाई गई मालगाड़ी
कर्मियों की कड़ी मशक्कत के बाद सुबह करीब 8:30 बजे क्षतिग्रस्त पोल सहित अन्य उपकरणों को सही किया जा सका। छह घंटे बाद दूसरा इंजन पहुंचा, इसे ट्रेन में जोड़ा गया। 7:17 बजे निहालगढ़ स्टेशन पहुंचाया गया। इसके बाद रेल ट्रैक साफ हुआ तो सुरक्षा व संरक्षा का परीक्षण करने के बाद ट्रेनों का परिचालन ट्रैक पर बहाल किया गया।