कोलकात। अधीर रंजन चौधरी ने सीएम ममता को लिखे पत्र में कहा कि कांग्रेस समर्थक दो शिक्षकों को कथित तौर पर बाल शोषण के मामले में फंसाया गया था।
चौधरी ने सीएम से दोनों शिक्षकों के खिलाफ आरोप हटाने के लिए हस्तक्षेप की मांग की। वरिष्ठ कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने शनिवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखा, जिसमें कहा गया है कि दो शिक्षकों पर झूठे मामले दर्ज किए गए हैं। दोनों शिक्षकों पर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) संचालित बहरामपुर नगर पालिका द्वारा कथित तौर पर बाल शोषण के मामले में फंसाया गया था। चौधरी ने सीएम से दोनों शिक्षकों के खिलाफ आरोप हटाने के लिए हस्तक्षेप की मांग की।
चौधरी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस का समर्थन करने के कारण इन शिक्षकों को अत्यधिक मानसिक उत्पीड़न और वित्तीय परेशानी का सामना करना पड़ा है। दोनों शिक्षक मुर्शिदाबाद जिले के गोराबाजार में एक प्राथमिक विद्यालय से जुड़े हैं।
बिना वजह रोका गया था शिक्षकों का वेतन
चौधरी ने यह भी बताया कि इन शिक्षकों का वेतन बिना किसी वजह के रोका गया था, जिससे उनकी रोजी-रोटी संकट में आ गई। इसके बाद उन्हें न्याय के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाना पड़ा। महीनों चली कानूनी लड़ाई के बाद, उनके पक्ष में फैसला आया और उनका वेतन बहाल कर दिया गया।
नगरपालिका अधिकारी ने दोनों शिक्षकों के खिलाफ रची साजिश
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि बहरामपुर के नगरपालिका अधिकारी इस बात को स्वीकार नहीं कर पाए कि कम वेतन पाने वाले शिक्षक न्याय के लिए अदालत का दरवाजा खटखटा सकते हैं, इसलिए उन्होंने इन शिक्षकों पर झूठे यौन दुराचार और शोषण के आरोप लगाने की साजिश रची और उसे अंजाम दिया। चौधरी ने दोनों शिक्षकों के खिलाफ आरोप वापस लेने के लिए सीएम बनर्जी से 'हस्तक्षेप' की मांग की।
दोनों शिक्षकों पर पिछले साल दर्ज किया गया था मामला
बहरामपुर नगर पालिका के एक अधिकारी ने कहा कि दोनों शिक्षकों के खिलाफ शिकायत के बाद पिछले साल मामला दर्ज किया गया था। उन्होंने कहा कि नगर निकाय को कानून पर पूरा भरोसा है।