वाराणसी। दशाश्वमेध थाने की पुलिस ने शुक्रवार को बिल्डर हारिस रजबी और उसके दोस्त इमरान अहमद के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। आरोप है कि हड़हासराय निवासी बिल्डर ने ग्यारह साल चार महीने पहले काजीपुरा कलां निवासी मोहम्मद हाशिम अंसारी से साढ़े पांच लाख रुपये वसूले, लेकिन फ्लैट की रजिस्ट्री नहीं की।
पैसा भी नहीं लौटाया था। मोहम्मद हाशिम अंसारी ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि वर्ष 2013 में वह फ्लैट खरीदने के इच्छुक थे। इसी दौरान अक्तूबर 2013 में जाइमा डेवलपर्स के डायरेक्टर हारिस रजबी से उसके बेनियाबाग स्थित ऑफिस में मुलाकात हुई।
हारिस ने उन्हें बताया कि काजीपुरा कलां में वह फ्लैट बनवा रहा है। इस पर उन्होंने दो फ्लैट 36 लाख रुपये में खरीदने की बात तय की। दो गवाहों के समक्ष एग्रीमेंट हुआ। इसके बाद हारिस रजबी और उसके दोस्त इमरान अहमद को वर्ष 2013 में ही साढ़े पांच लाख रुपये दे दिए। तब से आज तक न उन्हें फ्लैट मिले और न उनका पैसा लौटाया गया। गत तीन फरवरी को पैसा मांगा तो दोनों ने जान से मारने की धमकी दी।