प्रयागराज । झूंसी के आजाद नगर स्थित केवट बस्ती में 18 फरवरी की रात धारदार हथियार से वारकर मौत के घाट उतारी गई 35 वर्षीय महिला दिल्ली की रहने वाली थी। वारदात उसके पति ने ही अंजाम दी थी जो दिल्ली म्युनिसिपल कॉरपोरेशन में सफाईकर्मी के पद पर तैनात है। उसका दूसरी महिला से अवैध संबंध था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
घटना की जानकारी 19 फरवरी को तब हुई थी जब लॉज के बाथरूम में महिला खून से लथपथ मृत पड़ी मिली थी। महिला के साथ आया युवक गायब था। ऐसे में उसे ही मुख्य संदिग्ध मानकर जांच पड़ताल की जा रही थी। काफी कोशिशें के बाद भी मृतका की शिनाख्त नहीं हो पाई तो पुलिस ने उसकी तस्वीर आसपास के जनपदों के साथ सोशल मीडिया पर भी साझा की थी।
पुलिस के मुताबिक शुक्रवार की दोपहर में तीन लोग दारागंज थाने पहुंचे। इनमें से एमसीडी कर्मचारी अशोक वाल्मीकि निवासी त्रिलोकपुरी, नई दिल्ली ने बताया कि वह अपनी पत्नी मीनाक्षी को लेकर महाकुंभ में आया था जहां वह उससे बिछड़ गई। काफी तलाश के बाद भी उसका कुछ पता नहीं चला। दारागंज पुलिस ने जब झूंसी में मृत मिली महिला की तस्वीर दिखाई तो तीनों ने उसकी पहचान मीनाक्षी के रूप में की। दारागंज पुलिस ने सूचना दी तो झूंसी पुलिस मौके पर पहुंचकर तीनों को अपने साथ ले आई। इनमें से एक महिला का भाई प्रवेश और दूसरा उसका बड़ा बेटा आदर्श भी था।
आरोपी ने बताया कि 18 फरवरी को वह संगम स्नान के बहाने पत्नी को प्रयागराज ले आया। संगम स्नान के बाद वह उसे झूंसी लेकर पहुंचा और लॉज में किराये पर कमरा लिया। देर रात जब पत्नी बाथरूम की ओर गई तो वहीं पहुंच कर चाकू से उसका गला रेत दिया और फिर शव छोड़कर भाग निकला। झूंसी थाना अध्यक्ष उपेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि महिला मूल रूप से बुलंदशहर की रहने वाली है और पिछले कई सालों से परिवार के साथ दिल्ली में रहती थी।
सख्ती से पूछताछ में टूटा
झूंसी पुलिस के मुताबिक थाने में पूछताछ करने पर पहले तो अशोक इधर-उधर की बातें करता रहा। वह कहता रहा कि उसकी पत्नी मीनाक्षी संगम स्नान के बाद मेले में बिछड़ गई और फिर उसका कुछ पता नहीं चला। हालांकि, सख्ती से पूछताछ में टूट गया और बताया कि उसने ही पत्नी को मारा है।