कीव । यूक्रेन और रूस के बीच दो साल से अधिक समय से जंग जारी है। दोनों ही पक्ष हार मानने को तैयार नहीं हैं। इस बीच यूक्रेन में सियासी उठा-पटक काफी देखने को मिल रही है। वलेरी जालुज्नी को करीब एक महीने पहले ही देश के शीर्ष सैन्य कमांडर के पद से हटाया था।
अब उन्हें नई जिम्मेदारी दी गई है। राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने उन्हें ब्रिटेन के नए राजदूत के रूप में नामित किया है।
ब्रिटिश को अनुरोध भेजा
विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को कहा, 'यूक्रेन के विदेश मंत्रालय ने समझौते के लिए ब्रिटिश को अनुरोध भेजा है।'
करीब एक साल से कोई राजदूत नहीं
बता दें, पिछले साल जुलाई में राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने पूर्व दूत वेदम प्रास्टाइको (Vadym Prystaiko) को नेता की सार्वजनिक रूप से आलोचना करने के बाद बर्खास्त कर दिया था, जिसके बाद से ब्रिटेन में कीव का कोई राजदूत नहीं है।
इसलिए हटाया था सेना प्रमुख के पद से
जालुज्नी को देश की मीडिया आयरन जनरल कहती है। रूस के साथ युद्ध की शुरुआत हुई, तभी कुछ समय बाद यूक्रेन की सेना की कमान वलेरी जालुज्नी को सौंप दी गई थी। उन्होंने शुरुआती दौर में एक आक्रमण बल को सफलतापूर्वक खदेड़ दिया था। हालांकि, पिछली गर्मियों में जेलेंस्की के साथ एक सार्वजनिक असहमति ने उनके पद को नुकसान पहुंचाया। जेलेंस्की नेहाल ही में सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा था कि सेना का नेतृत्व बदलने का समय आ गया है। इसके बाद ऑलेक्जेडर सिरस्की को सेना का प्रमुख बना दिया था।
राष्ट्रपति जेलेंस्की ने आठ फरवरी 2024 को सेना प्रमुख जनरल वलेरी को पद से हटा दिया था। पिछले कुछ हफ्तों से वलेरी (50) के खिलाफ कार्रवाई की अटकलें थीं। यूक्रेन के रक्षा मंत्री रुस्तम उमेरोव ने फेसबुक पोस्ट में बताया था कि आज यूक्रेन के सशस्त्र बलों के नेतृत्व को बदलने का निर्णय लिया गया। युद्ध की स्थिति एक जैसी नहीं रहती। युद्ध बदलता है और इसके लिए बदलाव की जरूरत होती है।
यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने सेना प्रमुख को बदलने का फैसला ऐसे समय पर लिया था, जब रूस के खिलाफ युद्ध में यूक्रेन को कई संकटों का सामना करना पड़ रहा है।
बदलना चाहिए था देश का सैन्य दृष्टिकोण
रिपोर्ट के अनुसार, रूस के युक्रेन पर आक्रमण करने के करीब दो साल बाद जालुज्नी ने भी यह माना कि देश का सैन्य दृष्टिकोण बदलना चाहिए। हालांकि अब राष्ट्रपति जेलेंस्की ने वलेरी जालुज्नी को अब ब्रिटेन में अपना राजदूत बनाने का फैसला लिया है। ब्रिटेन में नए दूत के रूप में वलेरी नियुक्ति ऐसे समय में हुई है, जब ब्रिटेन के रक्षा सचिव ग्रांट शाप्स ने गुरुवार को कीव की यात्रा की थी।