वॉशिंगटन। साल 2021 में अमेरिकी संसद (यूएस कैपिटल) में हुई हिंसा के मामले में एक व्यक्ति को हिंसा का दोषी ठहराते हुए अदालत ने चार साल से ज्यादा की जेल की सजा सुनाई है। दोषी व्यक्ति की पहचान 46 साल के फैक्ट्री सुपरवाइजर माइकल स्पार्क्स के रूप में हुई है। स्पार्क्स केंटकी का निवासी है।
आरोप है कि 6 जनवरी 2021 को जब अमेरिकी संसद में दंगाइयों की भीड़ घुसी थी तो सबसे पहले अमेरिकी संसद में घुसने वाला व्यक्ति माइकल स्पार्क्स ही था। अब अदालत ने उसे 53 महीने की सजा सुनाई है।
माइकल स्पार्क्स पर क्या लगे आरोप
माइकल स्पार्क्स को प्रतिबंधित इमारत में जबरन घुसने, नागरिक अव्यवस्था फैलाने और विघटनकारी आचरण का दोषी पाया गया था। अभियोजकों ने अदालत से स्पार्क्स के लिए 57 महीने की सजा की मांग की थी, जबकि स्पार्क्स के बचाव पक्ष के वकीलों ने कहा कि उसे 12 महीने के लिए घर पर नजरबंद रखा जाए। जिला न्यायाधीश टिमोथी केली ने स्पार्क्स को 53 महीने की जेल और 2,000 डॉलर के जुर्माने की सजा सुनाई। अभियोजकों ने कहा कि स्पार्क्स 'यूनाइटेड स्टेट्स कैपिटल बिल्डिंग में प्रवेश करने वाला पहला दंगाई' था और स्पार्क्स ही अमेरिकी संसद में आग लगाने की घटना में शामिल था। उन्होंने कहा कि स्पार्क्स टूटी हुई खिड़की से संसद में घुसा।
पुलिस ने दी गवाही
अभियोजकों के अनुसार, पुलिस ने स्पार्क्स को रोकने की कोशिश की और उसके चेहरे पर मिर्च का स्प्रे भी किया था। साथ ही पुलिस ने चेतावनी भी दी थी, लेकिन स्पार्क्स ने चेतावनी को अनसुना करते हुए अमेरिकी संसद में घुसपैठ की। पुलिस के अधिकारियों ने स्पार्क्स के खिलाफ अदालत में गवाही दी। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि स्पार्क्स जिस तरह से संसद में घुसा उससे बाकी प्रदर्शनकारियों को भी हौसला मिला और सभी लोग उसके पीछे संसद में घुस गए।
ट्रंप की हार के बाद समर्थकों ने यूएस कैपिटल पर बोला था हमला
अमेरिका में हुए साल 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप की हार के बाद उनके समर्थकों ने यूएस कांग्रेस पर धावा बोल दिया था। इस मामले में 1500 लोगों को आरोपी बनाया गया है। कैलिफोर्निया के सांता एना के 37 वर्षीय डेविड डेम्पसी, जिन्हें अभियोजकों ने भीड़ के 'सबसे हिंसक' सदस्यों में से एक बताया था, को इस महीने 20 साल की जेल की सजा सुनाई गई थी। यह सजा अब तक सुनाई गई दूसरी सबसे लंबी सजा थी। वहीं संसद में घुसने वाले धुर दक्षिणपंथी समूह प्राउड बॉयज के पूर्व नेता एनरिक टैरियो को देशद्रोही साजिश का दोषी ठहराया गया और 22 साल की जेल की सजा सुनाई गई थी। अमेरिकी संसद (यूएस कैपिटल) पर हमले में कम से कम पांच लोग मारे गए और 140 पुलिस अधिकारी घायल हो गए थे।