न्यूयॉर्क । विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को न्यूयॉर्क जी-4 देशों के अपने समकक्षों के साथ मुलाकात की। जिसमें भारत की ओर से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में तत्काल सुधार के लिए समूह की प्रतिबद्धता को लेकर चर्चा हुई। इन जी4 राष्ट्रों में ब्राजील, जर्मनी, भारत और जापान शामिल हैं। बता दें कि, जी4 देश संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सीटों के लिए एक-दूसरे की दावेदारी का समर्थन करते हैं।
आधिकारिक यात्रा पर अमेरिका आए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा के 79वें सत्र के दौरान जापान के विदेश मंत्री योको कामिकावा, जर्मनी की विदेश मंत्री अन्नालेना बैरबॉक और ब्राजील के विदेश मंत्री माउरो विएरा से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद सोशल मीडिया एक्स पर उन्होंने लिखा कि, आज न्यूयॉर्क में सहकर्मियों के साथ पारंपरिक जी-4 विदेश मंत्रियों की बैठक में शामिल होकर प्रसन्नता हुई। जी-4 ने पाठ आधारित वार्ता के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के तत्काल सुधार के लिए अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की।
भारत सुरक्षा परिषद में सुधार के लिए वर्षों से किए जा रहे प्रयासों में सबसे अग्रिम पंक्ति में रहा है। भारत का कहना है कि 1945 में स्थापित 15 देशों की परिषद 21वीं सदी के उद्देश्य के लिए पूरा नहीं करती है और ना ही समकालीन भू-राजनीतिक वास्तविकताओं को प्रतिबिंबित करती है। एक ध्रुवीकृत सुरक्षा परिषद वर्तमान में शांति और सुरक्षा चुनौतियों से निपटने में भी पूरी तरह से विफल रही है। जिसका ताजा उदाहरण यूक्रेन-रूस युद्ध और इज़राइल-हमास जैसे संघर्षों परिषद के सदस्य बंटे हुए नजर आ रहे हैं।
जयशंकर ने सोमवार को वेनेजुएला के अपने समकक्ष यवान गिल के साथ भी ऊर्जा और आर्थिक सहयोग समेत अन्य मुद्दों पर बातचीत की। जयशंकर ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "आज यूएनजीए 79 के दौरान वेनेजुएला के विदेश मंत्री यवान गिल से मिलकर खुशी हुई। ऊर्जा, स्वास्थ्य और आर्थिक सहयोग के साथ-साथ बहुपक्षवाद में सुधार पर भी चर्चा हुई।