वॉशिंगटन । अमेरिका में भारतीयों छात्रों का गायब होना या उन पर हमला होना आम बात हो गई है। यहां लगातार भारतीयों को निशाना बनाया जा रहा है। अब कैलिफोर्निया में 23 साल की एक भारतीय छात्रा लापता है। उसका पिछले हफ्ते से कुछ पता नहीं लगा है। पुलिस ने उसे ढूंढने के लिए लोगों की मदद मांगी है।
पुलिस के अनुसार, कैलिफोर्निया स्टेट यूनिवर्सिटी सैन बर्नार्डिनो (सीएसयूएसबी) की छात्रा नितिशा कंडुला 28 मई से लापता हैं। सीएसयूएसबी के पुलिस प्रमुख जॉन गुटेरेज ने रविवार को एक्स पर कहा कि उसे आखिरी बार लॉस एंजिलिस में देखा गया था और उसके लापता होने की खबर 30 मई को मिली थी।
छात्रा की खोज के लिए पुलिस ने एक नंबर (909) 537-5165 भी जारी किया है। अधिकारी ने कहा कि अगर किसी को नितिशा के बारे में कोई भी जानकारी मिलती है तो इस नंबर पर फोन करके बताएं। छात्रा की लंबाई पांच फुट छह इंच और वजन करीब 160 पाउंड और काली आंखें हैं।
पुलिस के बयान के अनुसार, कंडुला शायद कैलिफोर्निया लाइसेंस वाली 2021 टोयोटा कोरोला चला रही थीं। हालांकि कार के रंग का पता नहीं चला है। छात्रा के बारे में जानकारी रखने वाले किसी भी व्यक्ति से सीएसयूएसबी पुलिस विभाग (909) 538-7777 पर या एलएपीडी के साउथवेस्ट डिवीजन (213) 485-2582 पर संपर्क करने का आग्रह किया जाता है।
साल 2024 में अब तक सात भारतीयों की मौत
इस साल यानी 2024 में अमेरिका में सात भारतीय और भारतीय मूल के छात्रों की मौत हो चुकी है। भारतीय छात्रों पर लगातार हमले की घटनाएं भी सामने आई हैं। इस वजह से वहां रहने वाले भारतीय समुदाय के लोगों में डर का माहौल है।
मार्च 2024 में वॉशिंगटन विश्वविद्यालय के छात्र और कुचुपुड़ी डांसर अमरनाथ घोष को सेंट लुइस में गोली मार दी गई थी। पश्चिम बंगाल के रहने वाले अमरनाथ घोष साल 2023 में अमेरिका चले गए थे। घोष के शरीर पर कई गोलियां दागी गई थी, जिस वजह से उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी।
5 फरवरी 2024 को भारतीय मूल के छात्र समीर कामथ का शव इंडियाना क्षेत्र में मिला था। समीर कामथ पर्ड्यू विश्वविद्यालय के छात्र थे।
2 फरवरी 2024 को वाशिंगटन में एक रेस्तरां के बाहर भारतीय मूल के आईटी एग्जीक्यूटिव विवेक तनेजा पर हमला हुआ था। इस हमले में उनकी मौत हो गई थी।
इसी साल जनवरी महीने में ओहायो में लिंडनर स्कूल ऑफ बिजनेस के छात्र श्रेयस रेड्डी का शव मिला था।
जनवरी के महीने में ही पर्ड्यू विश्वविद्यालय के छात्र नील आचार्य के लापता होने की खबर सामने आई थी। इसके बाद नील की मौत की पुष्टि हो गई थी।
फरवरी में अमेरिका में एक और भारतीय मूल के छात्र की मौत हो गई थी। छात्र का नाम अकुल धवन था और वो इलिनोइस विश्वविद्यालय अर्बाना-शैंपेन के छात्र थे।
मार्च में अभिजीत पारुचुरु की मौत की खबर सामने आई थी। फिलहाल उन पर किसी तरह के हमले की पुष्टि नहीं हुई है।