नई दिल्ली। देश ही नहीं, दुनिया में लोकतंत्र के सबसे बड़े उत्सव में मतदाताओं ने जमकर अपनी भागीदारी निभाई। अपनी नई सरकार चुनने का उत्साह इस कदर रहा कि लोगों ने गर्मी की भी परवाह नहीं की। 18वीं लोकसभा के सदस्यों को चुनने की दिशा में पहले और सबसे बड़े चरण में 21 राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों की 102 सीटों पर करीब 68.29 फीसदी वोटिंग के साथ 1,625 मतदाताओं की किस्मत इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों में कैद हो गई।
पिछली बार पहले चरण में 69.43 फीसदी मतदान हुआ था। इस बार करीब 1.14% कम मतदान हुआ है।
चुनाव आयोग के अनुसार, शुक्रवार शाम 7 बजे तक सबसे अधिक 83.88 फीसदी वोटिंग लक्षद्वीप सीट पर हुई। इसके बाद बंगाल के जलपाईगुड़ी में 82.15% और त्रिपुरा पश्चिम सीट पर 81.62% वोटिंग हुई। पश्चिम बंगाल की तीन सीटों पर औसत 80.55 फीसदी वोट पड़े। इनके अलावा अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, पुडुचेरी व सिक्किम में 70% से ज्यादा मतदान हुआ। सिर्फ बिहार ऐसा राज्य रहा, जहां 50% से कम वोटिंग हुई। कई महीनों से हिंसा के शिकार मणिपुर में 72.17% मतदान हुआ। चुनाव आयोग के मुताबिक, मतदान के आंकड़ाें में देर रात तक सुधार की संभावना है।
पश्चिम बंगाल के कूचबिहार में छिटपुट हिंसा, मणिपुर में कुछ जगहों पर गोलीबारी हुई। छत्तीसगढ़ में दुर्घटनावश ग्रेनेड लॉन्चर शेल में धमाका होने से सीआरपीएफ के एक जवान की मौत हो गई और बीजापुर में आईईडी धमाके में एक अधिकारी घायल हो गए।
कई बूथों पर शाम छह बजे के बाद भी लोग कतारों में खड़े दिखे। तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह व असम में कुछ केंद्रों पर ईवीएम में मामूली खराबी की शिकायतें आईं, करीब डेढ़ सौ ईवीएम बदलनी पड़ीं। इस बार के चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन लगातार तीसरी बार सरकार बनाने के लिए जनादेश मांग रहा है, वहीं कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी गठबंधन दस साल के वनवास के बाद सत्ता में आने के लिए हाथ-पैर मार रहा है। अधिकांश चुनाव पूर्व सर्वे ने राजग के जीत की भविष्यवाणी की है।
कूचबिहार में भाजपा और तृणमूल समर्थक भिड़े
पश्चिम बंगाल के तीन सीटों में से सिर्फ कूचबिहार में हिंसा की छिटपुट घटनाएं हुईं। यहां भाजपा व तृणमूल के समर्थक आपस में भिड़ गए।
तृणमूल ने भाजपा समर्थकों के खिलाफ 80 जबकि भाजपा ने 39 शिकायतें दर्ज कराई हैं।
भाजपा ने आरोप लगाया, तृणमूल के लोगों ने उनके समर्थकों को मतदान केंद्रों तक पहुंचने से रोकने के लिए हिंसा का सहारा लिया।
नगालैंड : 6 जिलों में एक भी वोट नहीं पड़ा
नगालैंड के छह जिलों में एक भी वोट नहीं डाला गया। ईस्टर्न नगालैंड पीपुल्स फ्रंट (ईएनपीओ) ने अलग राज्य की मांग को लेकर यहां मतदान का बहिष्कार किया था। इन छह जिलों के 20 विधानसभा क्षेत्रों में चार लाख से अधिक मतदाता हैं, जिनके लिए 738 मतदान केंद्र बनाए गए थे।
मणिपुर में संघर्ष से कुछ देर रुकी वोटिंग
मणिपुर (आंतरिक) सीट में थोंगजू विधानसभा के तहत स्थानीय लोगों का बाहरी लोगों से संघर्ष हो गया। इससे कुछ देर मतदान रोकना पड़ा।
ईवीएम ले जा रहा वाहन डूबा
असम की लखीमपुर सीट पर नाव के जरिये एक एसयूवी में ईवीएम ले जा रहे थे। अचानक जलस्तर बढ़ने से एसयूवी नदी में डूब गई। मतदान अधिकारी ने कूदकर जान बचाई।
जम्मू-कश्मीर
बारिश के बावजूद उधमपुर में मतदाताओं का उत्साह चरम पर रहा। यहां 68.27% वोट पड़े।
पहला चरण, शानदार प्रतिक्रिया!
आज के मतदान से उत्कृष्ट फीडबैक मिल रहा है। यह स्पष्ट है कि पूरे भारत में लोग रिकॉर्ड संख्या में एनडीए के लिए मतदान कर रहे हैं।
- नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री
विधानसभा चुनाव: अरुणाचल में 76.44 और सिक्किम में 79.86 फीसदी मतदान
ईटानगर/गंगटोक। अरुणाचल प्रदेश व सिक्किम में विधानसभा चुनाव की 82 सीटों के लिए भी मतदान हुआ। अरुणाचल में बारिश के बीच मतदाताओं में उत्साह देखने को मिला। शाम पांच बजे तक यहां की 50 विधानसभा सीटों पर 76.44%, जबकि सिक्किम में 32 सीटों पर 79.86% वोट पड़े। अरुणाचल की 10 सीटों पर पहले ही निर्विरोध निर्वाचन हो चुका है।