कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि उनकी पार्टी केंद्र की राजनीतिक स्थिति पर देखो और इंतजार करो का रुख अपनाएगी। इंडिया गठबंधन ने भले ही अभी सरकार बनाने का दावा पेश नहीं किया है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि वह आगे ऐसा नहीं करेगा।
तृणमूल कांग्रेस के सांसदों से मुलाकात के बाद ममता ने कहा, यह बेहद खुशी की बात होती अगर कमजोर व अस्थायी एनडीए सरकार सत्ता से हटा दी जाती। आज भाजपा अलोकतांत्रिक व अवैध तरीके से सरकार बना रही है। चलिए कुछ वक्त इंतजार करते हैं, सही समय आने पर इंडिया गठबंधन जरूरी सरकार बनाएगा। तृणमूल कांग्रेस जनवरी में पश्चिम बंगाल में इंडिया गठबंधन से बाहर हो गई थी, लेकिन ममता ने कहा था कि पार्टी राष्ट्रीय स्तर पर विपक्षी गुट का हिस्सा बनी रहेगी।
पीएम मोदी के शपथ ग्रहण में नहीं जाएंगी बनर्जी
शपथ ग्रहण समारोह पर बनर्जी ने कहा, उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह के लिए न्योता नहीं मिला है। ममता ने कहा कि वे राष्ट्रपति भवन में आयोजित इस समारोह में जाने का इरादा भी नहीं रखतीं। शुक्रवार को उन्होंने कहा कि वह अलोकतांत्रिक, असंवैधानिक और अवैध तरीकों से सत्ता में आने वाली भाजपा नेतृत्व की एनडीए सरकार को अपनी शुभकामनाएं नहीं दे सकतीं हैं। साथ ही उन्होंने गैर भाजपा सांसदों को हिदायत दी है कि भारतीय जनता पार्टी से सतर्क रहें। सभी पार्टियों से उन्होने कहा कि भाजपा सांसदों को तोड़ने की कोशिश कर सकती है।
पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव में TMC का शानदार प्रदर्शन
लोकसभा 2024 चुनाव में पश्चिम बंगाल में इस बार टीएमसी ने शानदार प्रदर्शन किया। कुछ राजनीतिक विश्लेषक भाजपा की छह-सात सीटें बढ़ने का अनुमान लगा रहे थे, लेकिन मतगणना में भाजपा 10 सीटों पर सिमट गई। 31 सीटों पर झंडे गाड़ कर ममता ने साबित कर दिया कि भाजपा अब भी यहां के लिए बाहरी पार्टी ही है। भाजपा इस बार कई सीट भी हार गई। इस बार ममता को एकतरफा मुस्लिम वोट मिला। ममता ने भाजपा के जवाब में साफ्ट हिंदू कार्ड चला और अपने हिंदू वोट बैंक को खिसकने नहीं दिया। नतीजों से ममता ने अपनी बंगाली पहचान और पुख्ता कर ली है। लक्ष्मी भंडार योजना, हर महीने खाते में एक हजार रुपये देने की घोषणा ने जोरदार असर किया।