गोरखपुर। गोरखपुर में सुसाइज नोट लिखकर कोचिंग संचालक ने खुदकुशी कर ली। मैं बहुत परेशान हो चुका हूं, मैं जवाब देते-देते थक गया हूं, मैं अपनी पत्नी और बच्चे का भी गुनहगार हूं। गोरखपुर के पादरी बाजार के खजांची चौराहे पर स्थित कोचिंग सेंटर में संचालक विशाल सिन्हा (52) ने फंदे से लटककर खुदकुशी कर ली।
यह कदम उठाने से पहले विशाल ने सुसाइड नोट में लिखा- दुनिया का सबसे खराब शब्द है कर्ज..।
वहीं रेलवे के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी बहादुर यादव (45) ने धर्मशाला के पास स्थित सीनियर सेक्शन इंजीनियर कार्यालय में फंदे से लटककर जान दे दी। उनकी पत्नी ने भी खुदकुशी की वजह से सूदखोर से परेशान होना बताया है। रेलकर्मी की पत्नी ने सूद के लिए परेशान करने वाले एक व्यक्ति पर हत्या का आरोप लगाते हुए शाहपुर थाने में तहरीर भी दी है। वहीं कोचिंग सेंटर मैनेजर के परिवार ने भी सूदखोरों पर हत्या का आरोप लगाते हुए तहरीर दी है। दोनों ही मामले में पुलिस जांच पड़ताल कर रही है।
कोचिंग सेंटर मैनेजर ने सुसाइड नोट में लिखा-कर्ज से हो चुका हूं परेशान
कर्ज दुनिया का सबसे खराब शब्द है। मैं कर्ज से बहुत परेशान हो चुका हूं, मैं जवाब देते-देते थक गया हूं, मैं अपनी पत्नी और बच्चे का भी गुनहगार हूं, उनकी जिम्मेदारियों को निभा नहीं सका, आप लोग मुझे माफ कर देना, अब कोई रास्ता नहीं बचा था, अपनी मौत का सिर्फ मैं जिम्मेदार हूं, किसी और को परेशान ना किया जाए...।
ये शब्द कोचिंग सेंटर मैनेजर विशाल सिन्हा के पास से मिले सुसाइड नोट के हैं। जानकारी के मुताबिक, रामगढ़ताल इलाके के वाटर पार्क स्थित इंदिरानगर निवासी विशाल सिन्हा (52) शाहपुर के खजांची चौराहा स्थित कोचिंग सेंटर में मैनेजर थे। वह सोमवार सुबह छह बजे कोचिंग सेंटर पहुंचे और स्टोर रूम में रस्सी का फंदा बनाकर खुदकुशी कर ली। आठ बजे सिक्योरिटी गार्ड अन्य कर्मचारी पहुंचे तो दरवाजा बंद था। इसकी जानकारी मकान मालिक को दी। मकान मालिक और कर्मचारियों के काफी प्रयास के बाद भी दरवाजा नहीं खुला।
विशाल का एक बेटा और बेटी
इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा खोला तो मैनेजर का शव पंखे की कुंडी में रस्सी के सहारे लटक रहा था। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया। विशाल सिन्हा का एक बेटा और बेटी है। पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है।
पशु चिकित्सक के मकान में चल रहा था कोचिंग सेंटर
खजांची चौराहा स्थित पशु चिकित्साधिकारी जीएम अंसारी के तीन मंजिला मकान के सेकेंड फ्लोर पर लगभग एक साल से कोचिंग सेंटर संचालित हो रहा था। डॉक्टर ने बताया कि इससे पहले दूसरे मैनेजर थे, पांच माह पहले ही इनको रखा गया था।
सूदखोरों से तंग आकर रेलकर्मी ने दी जान
शाहपुर इलाके के धर्मशाला स्थित पूर्वोत्तर रेलवे के कार्यालय में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी बहादुर यादव (45) ने सूदखोरी से तंग आकर खुदकुशी कर ली। उनकी पत्नी ने एक शख्स पर सूद के रुपयों लिए पति की हत्या करने का आरोप लगाकर शाहपुर पुलिस को प्रार्थना पत्र दिया है। शाहपुर पुलिस रेलकर्मी का शव पोस्टमार्टम के लिए भिजवाकर मामले की जांच कर रही है।
गुलरिहा इलाके के सेमरा नंबर एक निवासी बहादुर यादव धर्मशाला स्थित पूर्वोत्तर रेलवे के कार्यालय में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी थे। उनकी पत्नी ने पुलिस को बताया कि रविवार को 12 बजे दिन में एक शख्स उनके घर आया। पति से सूद के रुपये के लिए गाली-गलौज कर जान से मारने की धमकी देकर चला गया।
इसके बाद से पति काफी परेशान और बेचैन हो गए। दोपहर करीब 1:30 बजे वह ड्यूटी जाने की बात कह घर से निकले। कुछ देर बाद फोन किया तो उनका मोबाइल घर में ही था। शाम पांच बजे उनके कार्यालय से कॉल आई। कार्यालय पहुंची तो वहां एक कमरे में फंदे से उनका शव लटक रहा था।
एसएसपी की अपील
किसी व्यक्ति को रुपये देकर उसपर दबाव नहीं बनाया जा सकता। अगर वह रुपये नहीं लौटा रहा है तो कानूनी रूप से उसकी शिकायत कर सकते हैं। जांच कर कार्रवाई की जाएगी। कोई भी अगर रुपये को लेकर दबाव बना रहा है तो पीड़ित उसकी तत्काल शिकायत करें। ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।