रियासी । श्रद्धालुओं पर हमला करने वाले आतंकी सेना की वर्दी में थे। घात लगाकर बैठे आतंकियों ने बस के सामने आते ही फायरिंग शुरू कर दी। इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता बस में अफरा-तफरी मच गई। बस में सवार उत्तर प्रदेश निवासी संतोष कुमार ने बताया कि वे लोग कटरा से शिवखोड़ी में भोले बाबा के दर्शन करने आए थे।
दोपहर को दर्शन कर वापस कटरा लौट रहे थे। शिवखोड़ी धाम से बस रवाना हुए लगभग आधा घंटा ही हुआ होगा कि एक जगह पर सेना की वर्दी पहने एक आतंकी सीधा बस के आगे आ गया।
इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता उसने गोलियां चलानी शुरू कर दीं। एक गोली ड्राइवर को लगी और बस अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई। उसके बाद भी आतंकी बस पर गोलियां बरसाते रहे। काफी देर तक बस में सवार लोग पूरी तरह से दहशत में रहे, किसी को भी बचने की कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही थी।
बाद में जब बचाव कार्य शुरू हुआ तो जान में जान आई। संतोष ने बताया कि वह श्री माता वैष्णो देवी के दर्शन करने आए थे। बाद में शिवखोड़ी में आने का कार्यक्रम बना, उनके साथ अन्य लोग भी थे। हमले में वह और उनकी पत्नी भी घायल हुए हैं।
रियासी में आतंकवादी हमले के बाद राजोरी में अलर्ट, सर्च ऑपरेशन शुरू
जम्मू संभाग के राजोरी से लगते रियासी जिले के पौनी में रविवार शाम को श्रद्धालुओं की बस पर आतंकी हमले के बाद राजोरी में अलर्ट जारी कर दिया गया है। जिले के कालाकोट उपमंडल और बुद्धल तहसील के कई जंगली इलाकों की घेराबंदी कर सुरक्षाबलों ने बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन शुरू दिया है, ताकि हमला करने के बाद आतंकी इन जंगलों में पनाह लें तो उन्हें ढेर किया जा सके।
रक्षा सूत्रों के अनुसार, राजोरी जिले के कालाकोट के तरयाठ, मोगला और बुद्धल के कोट चढ़वाल के जंगल रियासी के पौनी से लगते हैं और इन जंगली इलाकों मे आतंकियों की मौजूदगी की पहले भी सूचनाएं मिलती रही हैं। बुद्धल के कोट चढ़वाल, नारला, बंबल, कालाकोट के तरयाठ, मोगला ख्वास आदि ऐसे जंगली इलाके हैं, जो रियासी जिले के पौनी, शिवखोड़ी से सटे हैं और यहां तक पहुंचने के लिए बहुत कम समय लगता है।
यदि आतंकी जंगली रास्ते से वाकिफ हों तो वे एक से डेढ़ घंटे के भीतर राजोरी के इन जंगलों तक पहुंच सकते हैं और इनमें बनी प्राकृतिक गुफाओं मे छिप सकते हैं। सूत्रों के अनुसार, जम्मू-कश्मीर पुलिस की एसओजी टीम, सीआरपीएफ और भारतीय सेना के पैरा कमांडोे, राष्ट्रीय राइफल बटालियन के जवान सर्च ऑपरेशन में जुटे हैं। सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों के अनुसार, सुरक्षाबलों ने इन जंगली इलाकों को चारों ओर से घेर लिया है। सोमवार तड़के पहली किरण के साथ ही जंगली इलाकों में गहन सर्च ऑपरेशन शुरू किया जाएगा। इसमें ड्रोन और खोजी कुत्तों की मदद भी ली जाएगी, ताकि यदि जंगलों में आतंकवादी पहुंचे हैं तो उनको ढेर किया जा सके।