चंडीगढ़। खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का आमरण अनशन सोमवार को 42वें दिन भी जारी रहा। डल्लेवाल की सेहत लगातार नाजुक बनी हुई है। सोमवार देर रात उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई। उनका ब्लड प्रेशर (बीपी) 88/52 पहुंच गया। एक घंटे तक स्थिति गंभीर बनी रही। एक घंटे बाद उनका बीपी सामान्य हुआ।
वहीं, डॉक्टरों का का कहना है कि उनकी स्थिति काफी गंभीर है। इसी बीच सुप्रीम कोर्ट की ओर से बनाई हाई पावर कमेटी ने सेवानिवृत्त जज नायब सिंह की अगुवाई में डल्लेवाल से मुलाकात की और उनसे ट्रीटमेंट लेने की अपील की, लेकिन डल्लेवाल ने इनकार कर दिया।
42 दिन अनशन को पूरे
खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के आमरण अनशन को सोमवार को 42 दिन पूरे हो गए। डल्लेवाल की सेहत लगातार नाजुक बनी हुई है और इसी बीच किसान नेता से सुप्रीम कोर्ट की ओर से बनाई हाई पावर कमेटी ने सेवानिवृत्त जज नायब सिंह की अगुवाई में मुलाकात की। कमेटी की ओर से डल्लेवाल को मेडिकल ट्रीटमेंट लेने की अपील की गई।
'किसानी पहले है मेरी सेहत बाद में'
पूर्व जज नायब सिंह ने डल्लेवाल से कहा कि आपकी सेहत व जिंदगी की जरूरत है, इसलिए बेशक अपना अनशन समाप्त न करें, लेकिन मेडिकल ट्रीटमेंट ले लें। जवाब में डल्लेवाल ने कहा कि किसानी पहले है और उनकी सेहत बाद में है। डल्लेवाल ने एक बार फिर से मेडिकल ट्रीटमेंट लेने की अपील को ठुकरा दिया। कमेटी में खेतीबाड़ी माहिर देविंदर शर्मा, अर्थशास्त्री रणजीत घुम्मन, पंजाब फार्मर्स कमीशन के चेयरपर्सन सुखपाल सिंह, पूर्व डीजीपी बीएस संधू एवं अन्य वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी शामिल रहे।
केंद्र को आदेश दे सुप्रीम कोर्ट
डल्लेवाल ने मुलाकात के दौरान कमेटी सदस्यों से कहा कि उनकी ज़िंदगी से ज्यादा महत्वपूर्ण उन किसानों की जिंदगियां थीं, जिन्होंने सरकारों की गलत नीतियों के कारण आत्महत्या कर ली। डल्लेवाल ने पूर्व जज नायब सिंह से अपील की कि केंद्रीय कृषि मंत्री कह रहे हैं कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश को वो मानेंगे तो ऐसी स्थिति में सुप्रीम कोर्ट की ओर से केंद्र को आदेश देकर एमएपी गारंटी कानून बनाया जाए, ताकि किसानों की आत्महत्या बंद हो सके।
डल्लेवाल जब भी बुलाएंगे, कमेटी के सदस्य आएंगे
मीडिया से बात करते पूर्व जज नायब सिंह ने कहा कि उनकी वाहेगुरू से यही अरदास है कि डल्लेवाल सेहतमंद रहें। कमेटी की तरफ से डल्लेवाल को अपील की गई है कि वह मेडिकल ट्रीटमेंट ले लें। किसानों से बात करके उनके मसले हल करने की कमेटी की ओर से पूरी कोशिश की जा रही है। डल्लेवाल को वादा किया गया है कि वह जब भी बुलाएंगे, कमेटी के सदस्य आएंगे। आज जो भी बातचीत हुई है, इसकी रिपोर्ट कमेटी को सौंपी जाएगी।