कलबुर्गी। कर्नाटक के कलबुर्गी में ड्यूटी पर तैनात पुलिस कॉन्स्टेबल की 2009 में हत्या करने के मामले में 11 साल से फरार आरोपी को पुलिस ने 26 फरवरी को पुणे से गिरफ्तार कर लिया। उसे उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी।
2014 में, वह अस्पताल में इलाज के दौरान पुलिस कर्मियों से नजर बचाकर भाग गया था।
कर्नाटक में ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी की हत्या करने के मामले में उम्रकैद की सजा पाए दोषी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने बृहस्पतिवार को बताया कि वह जेल से भागने के बाद 11 साल से महाराष्ट्र में फरार था। कलबुर्गी के पुलिस आयुक्त शरणप्पा एसडी ने बताया कि गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान चित्तपुर तालुक के भगोड़ी निवासी अंबरीश अंबादासा नटिकर के रूप में हुई है।
2009 में कॉन्स्टेबल अश्विन कुमार की हत्या की थी
बता दें कि 2009 में, कलबुर्गी के बिदापुर कॉलोनी में जेबी कॉम्प्लेक्स के पास दो व्यक्तियों के बीच विवाद हुआ था। विवाद के बाद आरोपी ने बंजारा क्रॉस के पास ड्यूटी पर तैनात पुलिस कॉन्स्टेबल अश्विन कुमार पर हमला कर उसकी हत्या कर दी थी। 2011 में, जिला सत्र न्यायालय ने अंबरीश को उम्रकैद की सजा सुनाई थी। साथ ही उस पर 50,000 रुपये का जुर्माना लगाया था।
2014 में अस्पताल से भाग गया था आरोपी
पुलिस आयुक्त ने बताया कि बाद में कलबुर्गी सेंट्रल जेल में अन्य दोषियों के साथ झगड़े के बाद उसे विजयपुरा जिला सेंट्रल जेल में स्थानांतरित कर दिया गया था। 2014 में, विजयपुरा जिला सरकारी अस्पताल में इलाज के दौरान वह स्टाफ की नजरों से बचकर वार्ड से भाग गया था। भागने के बाद विजयपुरा गांधी चौक पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया था।
आरोपी को पकड़ने के लिए बनाई विशेष टीम
पुलिस आयुक्त ने बताया कि आरोपी को पकड़ने के लिए कलबुर्गी शहर उपनगरीय उप-मंडल पुलिस आयुक्त डीजी राजन्ना के मार्गदर्शन में पीआई संतोष एल थट्टेपल्ली के नेतृत्व में एक विशेष टीम बनाई गई, जिसमें भीमा नायक, शशिकांत और चन्नवीरेश शामिल थे।
26 फरवरी को पुणे से गिरफ्तार किया आरोपी
पुलिस आयुक्त एसडी के अनुसार, टीम ने कई स्रोतों से जानकारी जुटाई और वैज्ञानिक जांच की। 26 फरवरी को आरोपी को पुणे में गिरफ्तार किया गया, फिर उसे अदालत में पेश किया गया और न्यायिक हिरासत में भेजा गया।