नई दिल्ली। भारतीय रेलवे सेवा सिग्नल इंजीनियरों के 2015 बैच की पदोन्नति की फाइल रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी के गोपनीय कक्ष से गायब हो गई है। इस फाइल में सिग्नल विभाग के 200 से अधिक जेएजी अधिकारियों की पदोन्नति से संबंधित दस्तावेज हैं। सूत्रों के मुताबिक, अधिकारियों ने तलाशी ज्ञापन (सर्च मेमो) जारी किया है।
जूनियर प्रशासनिक ग्रेड पैनल की फाइल गायब
24 जनवरी को जारी तलाशी ज्ञापन के अनुसार, गोपनीय प्रकोष्ठ ने सूचित किया है कि भारतीय रेलवे सिग्नल इंजीनियर्स सेवा (आईआरएसएसई) के 2015 आवंटन वर्ष के अधिकारियों के जूनियर प्रशासनिक ग्रेड पैनल की फाइल का पता नहीं चल पा रहा है। अनुभाग अधिकारियों, प्रभारियों, पीएसओ, वरिष्ठ पीपीएस, पीएस, पीए और स्टेनो से अनुरोध है कि वे कृपया अपनी-अपनी शाखाओं/ अनुभागों/ अधिकारियों के कमरों में उपर्युक्त फाइल की गहन तलाशी लें। इसमें आगे कहा गया है, तलाशी के परिणाम की सूचना या तो सामान्य शाखा को या संबंधित शाखा को जल्द दी जाए।
पदाधिकारियों ने फाइल गायब होने पर जताया आश्चर्य
सूत्रों के अनुसार, फाइल अभी भी लापता है। रेलवे बोर्ड के कार्यकारी निदेशक (सूचना एवं प्रचार) दिलीप कुमार ने इस मामले पर समाचार एजेंसी के प्रश्नों का उत्तर नहीं दिया। संपर्क किए जाने पर सिग्नल एवं दूरसंचार संघ के पदाधिकारियों ने सीआरबी एवं सीईओ गोपनीय सेल से ऐसे गोपनीय दस्तावेजों के गायब होने पर आश्चर्य व्यक्त किया, जो उनके अनुसार खराब प्रबंधन और संवेदनशील कागजातों के असुरक्षित संचालन का संकेत देते हैं।
अधिकारियों का कैरियर और पदोन्नति फाइल पर है निर्भर
भारतीय रेलवे एसएंडटी मेंटेनर्स यूनियन के महासचिव आलोक चंद्र प्रकाश ने कहा, 'यदि वरिष्ठ अधिकारियों की फाइलें इस तरह संवेदनशील विभागों से गायब हो जाती हैं, तो अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेजों के साथ होने वाली गलत व्यवहार की कल्पना कीजिए। इन अधिकारियों का कैरियर और पदोन्नति की संभावनाएं उस फाइल पर टिकी हैं और यदि वह नहीं मिल पाती है, तो यह संबंधित विभाग के लिए बड़ी समस्या पैदा कर देगी।'