दिल्ली । दिल्ली पुलिस ने एक राष्ट्रव्यापी नार्को सिंडिकेट का पर्दाफाश कर तीन आरोपी को गिरफ्तार किया है। ये गिरोह पूरे देश में प्रतिबंधित मादक दवाओं और साइकोट्रोपिक पदार्थों जैसे अल्फ्राजोलम टैबलेट और ट्रिप्रोलिडीन हाइड्रोकोराइड और कोडीन फॉस्फेट सिरप के निर्माण और वितरण में शामिल था।
गिरफ्तार गिरोह सदस्यों के कब्जे से एक करोड़ मूल्य की टैबलेट व सिरप, पैकेजिंग सामग्री सहित ट्रिप्रोलिडीन हाइड्रोकोराइड और कोडीन फॉस्फेट सिरप को बनाने में इस्तेमाल की जाने वाली मशीनें बरामद की हैं। इस गिरोह का नेटवर्क दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड में फैला हुआ था। बरामद की गई गोलियां उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड से मंगाई गई थीं।
अपराध शाखा के विशेष पुलिस आयुक्त देवेश चंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि एसीपी राजकुमार (एएनटीएफ) इंस्पेक्टर जसबीर सिंह की देखरेख में एसआई रोहित सैनी, एसआई चंपत सिंह व एएसआई संजय की टीम ने उस्मानपुर, आगरा, उत्तर प्रदेश निवासी समलुद्दीन उर्फ सादिक (28) पुत्र नवी बक्स, पुनर्वास कॉलोनी, नरेला निवासी मोहम्मद गुलजार (34) पुत्र मोहम्मद मुस्ताक और माता कॉलोनी, टेलीफोन एक्सचेंज, बागपत, यूपी निवासी सलमान पुत्र इकबाल (28) को 25 दिसंबर को गिरफ्तार कर लिया। इनके पास से कोजेक्स और ओ-क्यूरेक्स-टी नाम से अल्फ्राजोलम टैबलेट की 1.80,000 गोलियां, ट्रिप्रोलिडीन हाइड्रोकोराइड और कोडीन फॉस्फेट सिरप की 9,000 बोतलें बरामद की गई हैं।
बीफार्मा की डिग्री प्राप्त है सरगना व साथी
आगरा, यूपी निवासी समलुद्दीन उर्फ सादिक गिरोह का किंग पिन है। इसके पास प्रताप यूनिवर्सिटी जयपुर से बी-फार्मा की डिग्री है। साथ ही उसे विभिन्न दवा कंपनी में काम करने का कार्य अनुभव है। वहीं बागपत, यूपी निवासी सलमान ने 2018 में गोपीचंद कॉलेज ऑफ फार्मेसी बागपत से बी-फार्मा की डिग्री ली। उसे भी विभिन्न दवा कंपनियों में काम करने का कार्य अनुभव है। इधर, 5वीं कक्षा तक पढ़ाई करने के बाद गुलजार ने ग्राफिक्स डिजाइनिंग का कोर्स किया। इसने कई कंपनियों में ग्राफिक डिजाइनर के रूप में काम किया। उसने फार्मास्युटिकल मार्केटिंग कंपनी अबेशिफा के नाम से एक फर्म भी पंजीकृत कराई। वह सलमान और सादिक का मुख्य सहयोगी है।
आबकारी मामले में भगोड़ा बदमाश पकड़ा
द्वारका नार्थ थाना पुलिस ने आबकारी मामले में भगोड़े बदमाश को गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान द्वारका सेक्टर तीन निवासी संजय के रूप में हुई है। आरोपी पर पहले से आबकारी के 11 मामले दर्ज हैं। संजय को द्वारका अदालत ने मोहन गार्डन थाना में दर्ज एक मामले में भगोड़ा करार दिया था। थाना प्रभारी गिरीश कुमार सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम ने उसकी तलाश शुरू की और उसे सेक्टर 10, द्वारका मेट्रो स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया।