ई दिल्ली । पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने फर्जी कागजों के जरिए जीएसटी नंबर लेकर 14.80 करोड़ का लेनदेन करने के मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपी की पहचान ग्रेटर नोएडा निवासी शशिकांत गुप्ता के रूप में हुई है।
आरोपी पर अपने कर्मचारियों और मिलने-जुलने वालों के कागजात लेकर हेराफेरी करने का आरोप है। एक चार्टर्ड अकाउंटेंट की शिकायत पर पुलिस ने वर्ष 2021 में आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। इसके बाद से लगातार पुलिस उसकी तलाश कर रही थी। पुलिस ने आरोपी को 21 अप्रैल को गिरफ्तार किया है। फिलहाल आरोपी पुलिस कस्टडी में है। उससे पूछताछ की जा रही है।
आर्थिक अपराध शाखा के पुलिस उपायुक्त विक्रम के पोरवाल ने बताया कि सीए राजीव जैन ने मामले में एक शिकायत दर्ज कराई। इसमें पीड़ित ने बताया कि उनके पैन व आधार पर फर्जी जीएसटी नंबर प्राप्त किया गया। इसके बाद फर्जी तरीके से उनके नाम से 14.80 करोड़ का लेनदेन हुआ। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज किया। छानबीन के दौरान टीम ने फर्जी तरीके से जीएसटी नंबर के पंजीकरण में इस्तेमाल किया गया मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी का पता लगाया। बाद में पुलिस ने आरोपी की पहचान शशिकांत गुप्ता के सिक्योरिटी गार्ड के रूप में की। पुलिस को इस गार्ड ने बताया शशिकांत गुप्ता ने वेतन देने की बात कहकर उसका बैंक खाता खुलवाने के नाम पर उससे कागजात लिए थे।
बैंक खाता खोला गया या नहीं, इस बारे में उसे कुछ नहीं बताया गया। जांच के दौरान पुलिस को पता लगा 11 फर्जी कंपनियां खोलकर हेराफेरी की गई थी। काफी पड़ताल के बाद पुलिस की टीम ने आरोपी की लोकेशन ग्रेटर नोएडा में ट्रेस की। बाद में 21 अप्रैल को उसे गिरफ्तार कर लिया गया।जांच के दौरान पता चला कि शशिकांत गुप्ता शाहदरा के एक कारोबारी परिवार से संबंध रखता है। उसके पिता की चांदनी चौक में बिजली के सामान की दुकान थी। आरोपी ने अपने व परिवार के नाम से चार कंपनियां खोलीं। बाद में ज्यादा पैसा कमाने के फेर में हेराफेरी करने लगा।