बांग्लादेश में कानून-व्यवस्था बिगड़ने का बड़ा कारण पुलिसकर्मियों का ड्यूटी से हट जाना है। बांग्लादेश पुलिस के नए प्रमुख बनाए गए आईजी एकेएम शहीदुर रहमान ने पुलिसकर्मियों से काम पर लौटने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मी अफवाहों पर ध्यान न दें और चरणबद्ध ढंग से काम पर लौटें। उधर, हसीना के देश छोड़ने के बाद से हिंसा में 142 की मौत हुई है।
ढाका न्यायाधिकरण ने श्रम कानून उल्लंघन मामले में प्रोफेसर यूनुस को बरी कर दिया। ग्रामीण टेलीकॉम के तीन अन्य शीर्ष अधिकारियों को भी बरी कर दिया गया। गौरतलब है कि 1 जनवरी को ढाका के श्रम न्यायालय-3 ने ग्रामीण टेलीकॉम के अध्यक्ष यूनुस और इसके निदेशकों अशरफुल हसन, एम शाहजहां और नूरजहां बेगम को श्रम कानूनों का उल्लंघन करने के लिए छह-छह महीने के कारावास की सजा सुनाई। चारों पर 30,000 टका का जुर्माना भी लगाया गया, जिसे अदा न करने पर उन्हें 25 दिन और जेल में रहना होगा। 28 जनवरी को प्रोफेसर यूनुस और उनके सहयोगियों ने सजा के खिलाफ श्रम अपीलीय न्यायाधिकरण में अपील दायर की। 9 सितंबर 2021 को श्रम निरीक्षक (जनरल) एसएम आरिफुज्जमां ने चारों के खिलाफ श्रम न्यायालय में मामला दर्ज कराया।