नई दिल्ली । देश के मध्य, पश्चिमी और दक्षिणी समेत पूर्वोत्तर राज्यों में जमकर मानसून की बारिश हो रही है। भारी बारिश के दौरान बदरीनाथ हाईवे भूस्खलन के कारण बंद हो गया। नंदप्रयाग के पर्थाडीप और बाजपुर में करीब 10 घंटे तक वाहनों की आवाजाही रुकी रही। हाईवे के दोनों ओर करीब 1,200 श्रद्धालु और अन्य लोग फंसे रहे।
देर शाम नोएडा, गाजियाबाद व अन्य इलाकों में झमाझम बारिश के बाद सड़कों पर पानी भर गया और कई जगह जाम लग गया। झारखंड में बिजली गिरने से मंगलवार से अब तक 10 लोगों की मौत हो गई। मध्य प्रदेश में इस मानसून सीजन में अब तक 50 फीसदी बारिश हुई है। मौसम विभाग ने महाराष्ट्र में बहुत भारी बारिश समेत 16 राज्यों में गुरुवार को भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने पहली अगस्त को महाराष्ट्र में बहुत भारी बारिश और 16 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। महाराष्ट्र में 20 सेमी से ज्यादा बारिश का अनुमान जताया है। साथ ही जम्मू-कश्मीर, हिमाचल, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, गोवा, तमिलनाडु, पुडुचेरी, केरल, कर्नाटक में भारी बारिश की संभावना है।वहीं, पूर्वी पूर्वी राजस्थान, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, झारखंड, असम, मेघालय, गुजरात में सामान्य (7 सेमी के आसपास) बारिश हो सकती है। पश्चिमी तट पर अगले पांच दिन भारी से बहुत तेज बारिश का अनुमान है।
मकान की छत गिरने से दो बच्चों की मौत, नौ घायल
वहीं, हरिद्वार में तेज बारिश के बाद बहादराबाद थाना क्षेत्र के ग्राम भौरी डेरा शांतरशाह में मकान की छत गिरने से दो बच्चों की मलबे में दबने से मौत हो गई, जबकि परिवार सहित नौ लोग घायल हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से मलबे में दबे लोगों को निकलवाया और सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मंदाकिनी नदी उफनाई, गौरीकुंड और सोनप्रयाग कराया खाली
बुधवार देर रात अचानक मंदाकिनी नदी का जलस्तर बढ़ने से अफरा-तफरी मच गई है। प्रशासन ने खतरे को देखते हुए केदारनाथ के मुख्य पड़ाव गौरीकुंड और सोनप्रयाग को खाली कराया जा रहा है। साथ ही तटवर्ती इलाकों को भी हाई अलर्ट जोन पर रख दिया गया है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि भीमबली में तेज बारिश से मंदाकिनी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। सुरक्षा को देखते हुए गौरीकुंड और सोनप्रयाग को खाली कर दिया गया है। साथ ही भीमबली से रुद्रप्रयाग तक के क्षेत्र को हाई अलर्ट पर रख दिया गया है। उन्होंने बताया कि अतिवृष्टि और बादल फटने की अभी कोई जानकारी नहीं है।