नई दिल्ली । दिल्ली पुलिस ने फर्जी जाति प्रमाण पत्र बनाने के गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने जाल बिछाकर दिल्ली सरकार के एग्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि आरोपी 100 से ज्यादा जनरल कैटेगरी के लोगों के एसटी, एससी ओर ओबीसी का सर्टिफिकेट बन चुके हैं।
जानकारी के मुताबिक, दिल्ली सरकार का दिल्ली कैंट इलाके का एग्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट एनपी सिंह खुद ही जनरल कैटेगरी के लोगों के एसटी, एससी ओर ओबीसी का सर्टिफिकेट बन रहा था। दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने एग्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट के इस गोरख धंधे से पर्दा उठाया है।
दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने एग्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट समेत चार को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए ऐसा जाल बिछाया कि ये सभी खुद ही जाल में फंसते चले गए। पुलिस ने इनके पास जनरल कैटेगरी के दो फर्जी आवेदकों को ओबीसी सर्टिफिकेट बनवाने के लिए इन लोगों के पास भेजा। आरोपियों ने तीन हजार से साढ़े तीन हजार रुपये में इनका फर्जी सर्टिफिकेट बना दिया।
दोनों फर्जी आवेदकों ने आरोपियो के खाते में ऑनलाइन भुगतान किया था। जिस वजह से पुलिस को आरोपियों की खाते की ट्रांजेक्शन डिटेल मिल गई। पुलिस ने पहले संगम विहार निवासी 30 वर्षीय सौरभ गुप्ता को पकड़ा। उसके मोबाइल फोन डेटा की जांच करने पर फर्जी आवेदकों और उसके बीच हुई चैट का पता चला। इसके अलावा उसके मोबाइल फोन डेटा में कई दस्तावेजों के स्नैपशॉट और पीडीएफ फाइलें भी मिलीं। वह उक्त दस्तावेजों के बारे में कोई भी संतोषजनक जवाब नहीं दे सका। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि उसने एग्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट, राजस्व विभाग, दिल्ली कैंट, सरकार के कार्यालय से नकली आवेदकों को ओबीसी प्रमाणपत्र जारी किए थे।