आगरा। आगरा के एत्माउद्दौला थाना प्रभारी इंस्पेक्टर दुर्गेश मिश्रा और वरिष्ठ उप निरीक्षक अमित प्रसाद को रविवार को डीसीपी सिटी ने निलंबित कर दिया। थाने में तैनात प्रशिक्षु महिला दरोगा ने इंस्पेक्टर पर अश्लील हरकत करने, रात में कमरे पर बुलाने और धमकाने के आरोप लगाए थे।
प्रशिक्षु महिला दरोगा ने पुलिस कमिश्नर जे रविन्द्र गौड से न्याय की गुहार लगाई थी। डीसीपी सिटी सूरज कुमार ने एसीपी एत्मादपुर से जांच कराई। जांच में प्रथम दृष्ट्या आरोप सही पाए गए। इसके बाद रविवार को इंस्पेक्टर दुर्गेश मिश्रा और एसएसआई अमित प्रसाद पर कार्रवाई की गई।
अनुसूचित वर्ग की प्रशिक्षु महिला दरोगा अविवाहित है। उसने मार्च में आमद कराई थी। इंस्पेक्टर के व्यवहार से आहत महिला दरोगा खुद को थाने में असुरक्षित महसूस कर रही थी। शिकायत के बाद महिला दरोगा को एत्माउद्दौला से हरीपर्वत सर्किल में स्थानांतरित किया गया। दोनों आरोपियों के विरुद्ध विभागीय जांच भी कराई जाएगी।
ऐसे लोगों को जेल भेजना चाहिए
जन प्रहरी संस्था के संयोजक नरोत्तम शर्मा का कहना है कि महिला पुलिस कर्मी थाने में सुरक्षित नहीं हैं। इंस्पेक्टर, एसएसआई व चौकी इंचार्ज महिला आरक्षियों से लेकर प्रशिक्षु महिला दरोगाओं का उत्पीड़न करते हैं। कई बार लोकलाज के भय से महिला पुलिसकर्मी शिकायत दर्ज नहीं करातीं। ऐसे लोगों को जेल भेजा जाना चाहिए। तभी महिला पुलिसकर्मी खुद को सुरक्षित महसूस करेंगी।