नई दिल्ली। भारतीय सेना और वायु सेना संयुक्त रूप से लद्दाख से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) से लगे इलाकों और पाकिस्तान सीमा की निगरान क्षमताओं को बढ़ाने पर फोकस कर रही हैं। इसके तहत उत्तर प्रदेश के सरसावा (सहारपुर) और गोरखपुर के हवाईअड्डों पर एमक्यू-9बी प्रीडेटर ड्रोन तैनात करने की तैयारी चल रही है।
रक्षा अधिकारी ने बताया कि एमक्यू-9बी ड्रोन को उड़ान भरने और लैंडिंग के लिए एक खास तरह के और आवश्यक लंबाई वाली हवाई पट्टी की आवश्यकता होती है। भारतीय वायु सेना के पास ऐसे रनवे उपलब्ध हैं। इसीलिए, सरसावा और गोरखपुर एयरबेस पर इन ड्रोन को तैनात करने की योजना बनाई गई है। एमक्यू-9बी प्रीडेटर ड्रोन सौदा भारतीय नौसेना के नेतृत्व में अमेरिका के साथ किया जा रहा है।
इस सौदे के तहत कुल 31 एमक्यू-9बी ड्रोन खरीदे जा रहे हैं। इनमें से 15 प्रीडेटर ड्रोन समुद्री क्षेत्र की निगराने के लिए भारतीय नौसेना की ओर से तैनात किए जाएंगे। अधिकारियों के मुताबिक, भारतीय वायुसेना और सेना के उपयोग के लिए इनमें से आठ-आठ बेहद सक्षम ड्रोन होंगे। इन ड्रोन के माध्यम से एलएसी से लगे तमाम जरूरी इलाकों की उच्च स्तरीय निगरानी की जा सकेगी।