बरेली। बरेली के इज्जतनगर स्थित रेलवे यांत्रिक कारखाने के कार्मिक अधिकारी दयाशंकर प्रसाद महिला उत्पीड़न में फंस गए हैं। महिला कर्मचारी ने आरोप लगाया है कि कार्मिक अधिकारी ने उसके समक्ष शादी का प्रस्ताव रखा था। इन्कार करने पर उत्पीड़न करने लगे। दुर्व्यवहार करते हुए सार्वजनिक रूप से बेइज्जत किया।
महिला ने रेलवे बोर्ड के चेयरमैन, पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक और डीआरएम इज्जतनगर से शिकायत कर जांच व कार्रवाई की मांग की है।
अप्रैल 2021 में महिला कर्मी की लिपिक पद पर नियुक्ति हुई थी। नवंबर 2023 में उसे पदोन्नति मिली। कर्मी का आरोप है कि पदोन्नति के बाद से ही कार्मिक अधिकारी उसका उत्पीड़न करने लगे। अलग-अलग मोबाइल नंबरों से कॉल और व्हाट्सएप मैसेज करके परेशान किया। कई बार अभद्रता की। अन्य महिला कर्मचारियों के साथ भी उनका व्यवहार बेहद अशोभनीय है।
कार्यालय में घुसने पर लगा दी थी रोक
नवंबर 2023 में उन्होंने आदेश जारी कर महिला कर्मचारियों के कार्यालय में घुसने पर ही रोक लगा दी थी। किरकिरी होने पर आदेश को वापस ले लिया था। आरोप है कि कार्मिक अधिकारी, महिला कर्मचारियों को चंगुल में फंसाने के लिए डराते और धमकाते हैं। गोंडा और लखनऊ में तैनाती के दौरान भी उन पर इस तरह के आरोप लग चुके हैं।
महिला कर्मचारी ने बताया कि जब उसने कार्मिक अधिकारी के व्यवहार का विरोध किया तो दबाव बनाने के लिए उन्होंने गोरखपुर मुख्यालय में शिकायत कर दी। परिवार को भी तंग करने की कोशिश करते रहे। महिला कर्मी ने मांग की है कि कार्मिक अधिकारी का तबादला कहीं दूसरी जगह कर दिया जाए।
अधिकारी ने दी यह सफाई
कारखाना कार्मिक अधिकारी दयाशंकर प्रसाद ने कहा कि महिला कर्मी के खिलाफ काफी साक्ष्य हैं। सतर्कता संगठन गोरखपुर की ओर से उसकी जांच की जा रही है। उनकी कार्यप्रणाली संदिग्ध है। उनको कई आरोप पत्र दिए जा चुके हैं। इस कारण महिला कर्मी का तबादला कारखाना से मंडल कार्यालय किया गया है। महिला कर्मी का ढाई साल में ही प्रमोशन हुआ है। इसकी भी जांच चल रही है। तबादला होने के बाद वह दबाव बनाने के लिए आरोप लगा रही हैं।