नई दिल्ली । दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा में दिल्ली की कानून व्यवस्था का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि दिल्ली की कानून व्यवस्था बदतर हो चुकी हैं। दिल्ली पर अपराधियों का कब्जा है। यहां जगह-जगह पर नशा बिक रहा है। सरेआम मर्डर हो रहे हैं। सरेआम शूटआउट हो रहे हैं। महिलाओं से दुष्कर्म हो रहे हैं।
भाजपा इसपर चुप है। जब इनसे पूछा जाए तो कहते हैं कि क्राइम मुद्दा ही नहीं है।
आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने सुखबीर बादल पर हमले की निंदा की और कहा कि एक बड़ी त्रासदी को टालने के लिए पंजाब पुलिस प्रशंसा की पात्र है। यह पंजाब एवं पंजाबियों को बदनाम करने की बड़ी शक्तियों की साजिश है। बादल पर हमले को लेकर केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा में कहा। भाजपा पंजाब में कानून व्यवस्था का मुद्दा उठा रही है लेकिन वह दिल्ली में हो रही हत्याओं, दुष्कर्म और गोलीबारी की घटनाओं पर चुप है।
आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा, 'आज पंजाब में एक घटना घटी, पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर बादल पर किसी ने गोली चलाने की कोशिश की लेकिन पंजाब पुलिस की सतर्कता के कारण एक बड़ा हादसा टल गया। सुखबीर बादल सुरक्षित हैं। मैं इस घटना की निंदा करता हूं लेकिन एक बात साफ है कि पंजाब और पंजाबियों को बदनाम करने की एक बड़ी साजिश रची जा रही है और इसके पीछे कई बड़ी ताकतें शामिल हैं। आज जिस तरह से पंजाब पुलिस ने न सिर्फ इस घटना को रोका बल्कि पूरे देश के सामने एक उदाहरण पेश किया कि कैसे सतर्कता के साथ कानून व्यवस्था को बनाए रखा जा सकता है।'
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में महिलाएं असुरक्षित हैं। गैंगस्टर व्यापारियों की दुकानों पर गोलियां बरसा रहे हैं। भाजपा को यह नहीं दिखता, कहते हैं अपराध दिल्ली में कोई मुद्दा नहीं हैं। गृह मंत्री अमित शाह को दिल्ली की चिंता नहीं है। आज सुबह दिल्ली में ट्रिपल मर्डर हुआ है। मैं पूछना चाहतू हूं कि क्या एक आम आदमी की सुरक्षा मायने नहीं रखती। मैं भाजपा को कहना चाहता हूं कि आप चाहे मेरे ऊपर कितने भी हमले कर लो। मैं दिल्ली की सुरक्षा व्यवस्था का मुद्दा उठाता रहूंगा।
केजरीवाल ने कहा कि जब से अमित शाह देश के गृह मंत्री बने हैं और उन्होंने दिल्ली की कानून व्यवस्था को संभाला है, तब से पूरी दिल्ली की कानून व्यवस्था लगभग खत्म हो चुकी है। मैं काफी समय तक चुप रहा क्योंकि मैं इसपर राजनीति नहीं करना चाहता था। लेकिन जब धीर-धीरे स्थिति कंट्रोल होने की बजाय बद से बदतर होती गई। तो मेरे से चुप नहीं रहा गया। मैं दिल्ली के लोगों से मिल रहा हूं, जहां कोई वारदात होती है मैं वहां जाता हूं। लोगों ने मुझसे बताया कि दिल्ली के कोने-कोने में नशा बिक रहा है।