अलीगढ़। एएमयू के प्रॉक्टर प्रो. मोहम्मद वसीम अली ने कहा कि होली खेलने के लिए यूनिवर्सिटी परिसर में कहीं भी मनाही नहीं है। छात्र कहीं पर भी सामूहिक रूप से होली मिलन समारोह भी करते हैं। इसके लिए भी किसी अनुमति की जरूरत नहीं है।
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में होली मिलन समारोह के आयोजन की अनुमति नहीं देने का मामला प्रकाश में आया है। एएमयू के छात्र नेता अखिल कौशल का कहना है कि एनआरएससी में होली मिलन समारोह के लिए कुलपति से अनुमति मांगी थी, लेकिन इन्कार कर दिया गया।
अखिल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने एएमयू को मिनी इंडिया बताया था। एएमयू एक केंद्रीय विश्वविद्यालय है। इसलिए सारे धर्मों के छात्रों का यहां पर बराबर का अधिकार है। हर हॉस्टल व डिपार्टमेंट में इफ्तार पार्टी होती है। यूनिवर्सिटी परिसर में मुहर्रम, चेहल्लुम व ईद मिलादुन्नबी का जुलूस निकाला जाता है। होली मिलन समारोह को नया रिवाज बताकर मना कर दिया गया। अखिल ने इस मामले में पीएम को पत्र के माध्यम से अवगत कराने की बात कही है।
प्रॉक्टर प्रो. मोहम्मद वसीम अली ने कहा कि होली खेलने के लिए यूनिवर्सिटी परिसर में कहीं भी मनाही नहीं है। यहां पर होली के अवसर पर हिंदू छात्र होली खेलते हैं। उनके साथ कोई भी उत्सव में शामिल हो सकता है। इसके लिए किसी भी प्रकार की अनुमति की आवश्यकता ही नहीं है। छात्र कहीं पर भी सामूहिक रूप से होली मिलन समारोह भी करते हैं। इसके लिए भी किसी अनुमति की जरूरत नहीं है। अनुमति मांगने के नाम पर एक गैर जरूरी विषय को उछाला जा रहा है।