अमरावती। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कहा है कि वह केंद्र से आग्रह करेंगे कि आंध्र प्रदेश में बाढ़ को राष्ट्रीय आपदा घोषित करें। नायडू ने कहा है कि आंध्र प्रदेश, खासकर विजयवाड़ा में हाल ही में हुई मूसलाधार बारिश और उसके बाद आई बाढ़, उनके राजनीतिक जीवन में राज्य में देखी गई सबसे बड़ी आपदा है। उन्होंने बताया कि बारिश और बाढ़ के कारण कम से कम 17 लोगों की मौत हो गई है।
सोमवार देर रात मीडिया से बात करते हुए नायडू ने कहा, ‘मेरे राजनीतिक करियर में यह सबसे बड़ी आपदा है... हमारे सामने हुदहुद तूफान और तितली चक्रवात जैसी कुछ घटनाएं थीं लेकिन इनकी तुलना में यह मानवीय पीड़ा और संपत्ति का नुकसान सबसे बड़ा है।’ नायडू ने कहा कि आपदा से संबंधित सभी रिपोर्ट केंद्र को भेजी जाएंगी और वह राज्य को नुकसान से उबरने के लिए धन देने का अनुरोध करेंगे।
उन्होंने कहा, ‘विजयवाड़ा में प्रकाशम बैराज में बाढ़ का जल स्तर उच्चतम रहा और 11.43 लाख क्यूसेक का डिस्चार्ज दर्ज किया गया। बैराज को अधिकतम 11.9 लाख क्यूसेक बाढ़ के पानी को झेलने के लिए डिजाइन किया गया था।’
बाढ़, बारिश के कारण आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में 30 से ज्यादा मौतें
शनिवार और रविवार को आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में आसमान में आफत बरसी। इस बारिश के चलते दोनों राज्यों में 30 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में भारी बारिश के चलते बाढ़ जैसे हालात हैं और सड़कें जलमग्न हैं और रिहायशी इलाकों में पानी भर गया है। जल भराव के चलते दोनों राज्यों में रेल, सड़क यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
बारिश के चलते आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में 100 से ज्यादा ट्रेनें रद्द करनी पड़ी हैं। वहीं कई ट्रेनों का रूट बदलना पड़ा है। बारिश के चलते कई रेलवे ट्रैक पानी में डूबे हुए हैं