नई दिल्ली। बवाना के पूठ खुर्द इलाके में 12 साल की बच्ची ने फंदा लगाकर जान दे दी। उसके पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। शुरुआती जांच में पता चला कि उसके माता-पिता के बीच तीन साल से विवाद चल रहा है और मां ने अदालत में तलाक की अर्जी दाखिल कर रखी है। पारिवारिक विवाद के कारण बच्ची अवसाद में थी। पुलिस शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों से पूछताछ कर रही है।
मृत बच्ची की पहचान अंजलि उर्फ सोना के रूप में हुई है। वह बवाना के राज वाटिका स्थित छोटी पूठ इलाके में रहती थी। बवाना पुलिस को शनिवार सुबह अंजलि के फंदा लगाने की जानकारी मिली। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कमरे के बिस्तर पर पड़ा देखा। फंदा लगाने में इस्तेमाल चुन्नी भी बिस्तर पर रखी थी। क्राइम और फोरेंसिक टीम ने मौके की जांच पड़ताल कर साक्ष्य हासिल किए।
परिजनों से पूछताछ में पता चला कि बच्ची पिता, भाई और दादी के साथ रहती थी, जबकि मां पूनम तीन साल से अपने मायके शाहबाद डेयरी इलाके में रह रही है। उसने पति के खिलाफ अदालत में तलाक की अर्जी दे रखी है। परिवार वालों ने बताया कि शनिवार सुबह सवा सात बजे अंजलि स्कूल गई थी। स्कूल बंद होने के कारण वापस घर आ गई। करीब पौने नौ बजे दादी बिमला ने उसे स्कूल ड्रेस में ही पंखे से लटका हुआ देखा।