वाशिंगटन । अमेरिका में कड़ाके की ठंड, बर्फबारी और जबरदस्त शीतकालीन तूफान को लेकर अधिकांश हिस्सों में हाई अलर्ट घोषित किया गया है। अनुमानत: आने वाला ये तूफान अमेरिका के एक दशक में आए सबसे बड़े तूफान होने की संभावना है। राष्ट्रीय मौसम सेवा के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार यह तूफान संयुक्त राज्य अमेरिका के मध्य हिस्से से शुरू होकर अगले कुछ दिनों में पूर्वी हिस्से तक पहुंचेगा।
राष्ट्रीय मौसम सेवा ने दी जानकारी
वहीं इस मामले में राष्ट्रीय मौसम सेवा (एनडब्ल्यूएस) ने जानकारी देते हुए बताया कि लगभग 60 मिलियन से अधिक लोग इस बड़े तूफान के रास्ते में हैं, जो सोमवार तक अमेरिका के पूर्वी हिस्से को आर्कटिक ठंडी हवाओं और भारी बर्फबारी से भर देगा। NWS ने मध्य मैदानों से लेकर मध्य अटलांटिक तक के राज्यों में बर्फ, हिमपात और तूफानी हवाओं की चेतावनी दी है।
साथ ही इस तूफान के कारण पश्चिमी कैनसस से लेकर मैरीलैंड, डेलावेयर और वर्जीनिया के तटीय राज्यों में शीतकालीन तूफान की चेतावनी जारी की गई है। इसको लेकर एनडब्ल्यूएस ने कहा है कि यह तूफान एक दशक में सबसे भारी बर्फबारी का कारण बन सकता है। बता दें कि इस तूफान का कारण आर्कटिक से आने वाली ठंडी हवा बताई जा रही है है, जिसे ध्रुवीय भंवर कहा जाता है।
क्या कहना है मौसम विभाग का
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि यह बर्फबारी अमेरिका के लिए 2011 के बाद से सबसे ठंडी जनवरी ला सकती है। तापमान कुछ जगहों पर शून्य डिग्री फ़ारेनहाइट (-18°C) से भी नीचे जा सकता है। इस तूफान ने पहले ही यात्रा को प्रभावित करना शुरू कर दिया है।
कैनसस सिटी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उड़ान बंद
तूफान की चेतावनी को लेकर कैनसस सिटी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर तेज़ बर्फबारी के कारण उड़ान संचालन बंद कर दिया गया था। इसको लेकर एनडब्ल्यूएस ने कहा कि बर्फबारी के कारण सड़कों पर यात्रा बेहद खतरनाक हो सकती है, और मोटर चालकों के फंसने का खतरा बढ़ सकता है।
साथ ही कैनसस से लेकर केंटकी और वर्जीनिया तक बर्फीली बारिश और ओले गिरने की संभावना है, जिससे पेड़ और बिजली की लाइनें गिर सकती हैं और लाखों लोग बिना बिजली के रह सकते हैं। केंटकी, मिसौरी और वर्जीनिया के गवर्नरों ने अपने राज्यों में आपातकाल की स्थिति घोषित की है और निवासियों को खतरनाक मौसम के बारे में चेतावनी दी है।