मैड्रिड । लाल बजरी (क्ले कोर्ट) के बादशाह 38 वर्षीय राफेल नडाल ने टेनिस को अलविदा कह दिया है। 22 बार के ग्रैंड स्लैम विजेता अगले माह स्पेन के लिए मलागा में होने वाले डेविस कप के फाइनल में अंतिम बार कोर्ट पर उतरेंगे। बीते वर्ष से कूल्हे की चोट से जूझ रहे नडाल के संन्यास के कयास वर्ष की शुरुआत से लगाए जा रहे थे, जिस पर इस महान खिलाड़ी ने बृहस्पतिवार को विराम लगा दिया।
उन्होंने सोशल मीडिया पर जारी वीडियो में इस खेल को अलविदा कहने की घोषणा की। बिग थ्री क्लब के अब दो सदस्य रोजर फेडरर और राफेल नडाल टेनिस से संन्यास ले चुके हैं।
अब इस क्लब के एकमात्र सक्रिय खिलाड़ी नोवाक जोकोविच बचे हैं। नडाल ने कहा, 'वह इस बात से उत्साहित हैं कि उनका अंतिम टूर्नामेंट डेविस कप का फाइनल होगा, जहां वह अपने देश का प्रतिनिधत्व करेंगे।' नडाल के संन्यास पर कई दिग्गजों ने उन्हें उनके शानदार करियर के लिए शुभकामनाएं दी हैं। इनमें फेडरर से लेकर जोकोविच और दिग्गज फुटबॉल खिलाड़ी क्रिस्टियानो रोनाल्डो शामिल हैं। इन सभी ने सोशल मीडिया पर नडाल की महानता को सराहा और भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी हैं।
जोकोविच की प्रतिक्रिया
नोवाक जोकोविच ने लिखा, 'राफा, एक पोस्ट काफी नहीं है आपके प्रति अपना आदर प्रकट करने और उसके लिए जो आपने हमारे खेल के लिए किया है। आपने लाखों बच्चों को टेनिस खेलने के लिए प्रेरित किया। मेरे विचार से, यह सबसे बड़ी उपलब्धि है जिसकी कोई भी कामना कर सकता है। आपकी दृढ़ता, समर्पण, संघर्ष करने की भावना दशकों तक सिखाई जाएगी। आपकी विरासत हमेश जीवित रहेगी।'
फेडरर-रोनाल्डो की प्रतिक्रिया
रोजर फेडरर ने लिखा, 'क्या शानदार करियर है राफा, मैं हमेशा सोचता था, यह दिन कभी नहीं आएगा। न भुलाने वाली यादों और अविश्वसनीय उपलब्धियों के लिए बधाई।' रोनाल्डो ने लिखा, 'आपके समर्पण, जुनून और अविश्वसनीय प्रतिभा ने दुनिया में लाखों लोगों को प्रेरित किया है। आपके करियर का गवाह बनना और आपको दोस्त कहना सम्मान की बात है।'
सिनर-अल्काराज की प्रतिक्रिया
मौजूदा विश्व नंबर एक पुरुष टेनिस खिलाड़ी यानिक सिनर ने लिखा, '14 धन्यवाद, लाखों यादों के लिए-रोलां गैरो की ओर से जारी प्रतिक्रिया, जहां नडाल ने 14 फ्रेंच ओपन जीते। उन्होंने युवाओं को कई चीजें सिखाई हैं, कोर्ट पर कैसा व्यवहार करना है, विनम्र रहना, सफलता के साथ नहीं बदलना।' स्पेन के युवा टेनिस खिलाड़ी कार्लोस अल्काराज ने लिखा, 'मैं जब बच्चा था, तब मैंने आपको टीवी पर खेलते देखा और सपना देखा कि मैं एक दिन टेनिस खिलाड़ी बनूंगा, जिसे आपके साथ रोलां गैरों पर ओलंपिक में स्पेन का प्रतिधित्व करने का गौरव हासिल होगा। हर स्तर पर उदाहरण बनने के लिए धन्यवाद।'
दो वर्ष से फिटनेस से जूझ रहे थे
बीते 20 वर्षों में टेनिस प्रेमियों को फेडरर, नडाल, जोकोविच की आदत सी हो गई थी। बीते वर्ष ऑस्ट्रेलियाई ओपन में जब नडाल चोटिल हुए तो किसी ने भी नहीं सोचा कि उनकी दमदार वापसी नहीं हो पाएगी। 2023 के फ्रेंच ओपन में वह चोट के चलते नहीं खेले, लेकिन इस वर्ष फ्रेंच ओपन के पहले दौर में जब उन्हें अलेक्जेंडर ज्वेरेव के हाथों मिली तो सभी को अहसास हो गया कि वह अब टेनिस कोर्ट को जल्द अलविदा कहेंगे। वह पूरी तरह से फिट नहीं थे। वह अंतिम बार पेरिस ओलंपकि में खेले। जहां उन्हें एकल में जोकोविच से हार मिली। युगल में वह अल्कारेज के साथ खेले। नडाल ने संन्यास की घोषणा करते हुए कहा, जो भी कुछ उन्होंने हासिल किया वह सपने के सच होने जैसा है। नडाल ने टेनिस कोर्ट पर अपने कड़े प्रतिद्वंद्वी रहे फेडरर और जोकोविच का भी धन्यवाद किया। नडाल ने कहा, मैंने लंबा दोनों के साथ गुजारा और लम्हों को जिया है, जिन्हें मैं अपने जीवन भर याद रखूंगा।
क्ले कोर्ट पर बेजोड़
नडाल को क्ले कोर्ट की धीमी सतह पर उनके बेजोड़ वर्चस्व के लिए याद किया जाएगा। 22 में से अपने 14 ग्रैंड स्लैम उन्होंने फ्रेंच ओपन के रोलां गैरों पर जीते हैं। अपने 23 वर्ष के पेशेवर करियर में सिर्फ चार बार उन्हें रोलां गैरों पर हार मिली, जबकि उन्होंने 112 मैच यहां जीते। क्ले कोर्ट पर उनके दबदबे के अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उन्होंने अपने करियर में कुल 92 एटीपी खिताब जीते, जिसमें 63 लाल बजरी पर उन्होंने हासिल किए।
पूर्व विश्व नंबर सात गास्केट का फ्रेंच ओपन होगा अंतिम टूर्नामेंट
दो बार विंबलडन के सेमीफाइनल में पहुंचने वाले और पूर्व विश्व नंबर सात फ्रांस के टेनिस खिलाड़ी 38 वर्षीय रिचर्ड गास्केट ने भी संन्यास की घोषणा कर दी है। वह अगले वर्ष फ्रेंच ओपन के बाद टेनिस को अलविदा कह देंगे। अपने एक हाथ से बैकहैंड के लिए विख्यात रहे गास्केट ने कहा, वह रोलां गैरों पर अंतिम बार खेलेंगे। यह श्रेष्ठ टूर्नामेंट है। फ्रांसीसी होने के नाते मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे इतने शानदार टूर्नामेंट और जगह से अलविदा कहने का मौका मिल रहा है। गैस्क्वेट ने अपने करियर में कुल 16 खिताब जीते।