राहुल गांधी ने नई दिल्ली के इंदिरा भवन ऑडिटोरियम में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया. राहुल ने इस दौरान 'वोट चोरी' से जुड़े नए सबूत पेश किए और वोटर लिस्ट से नाम काटने के नए आरोप लगाए.
उन्होंने पहले ही कह दिया कि यह 'हाइड्रोजन बम' नहीं है, हाइड्रोजन बम अभी आने वाला है. कुछ दिनों पहले अपनी 'वोटर अधिकार यात्रा' को खत्म करते हुए राहुल ने दावा किया था कि उनकी पार्टी 'वोट चोरी' के मुद्दे पर जल्द ही एक 'हाइड्रोजन बम' जैसा खुलासा करेगी.
उन्होंने तो यहां तक कहा था कि 'इस खुलासे के बाद प्रधानमंत्री मोदी देश को मुंह दिखाने लायक नहीं रहेंगे'. 'वोटर अधिकार यात्रा' के दौरान राहुल ने आरोप लगाया था कि 2024 के लोकसभा चुनाव में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी हुई, खासकर कर्नाटक के महादेवपुरा क्षेत्र में एक लाख से अधिक वोट कथित तौर पर 'चुराए' गए. उन्होंने इसे लोकतंत्र पर 'परमाणु बम' जैसा खतरा बताते हुए चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता और मतदाताओं के अधिकारों पर जोर दिया.
राहुल गांधी ने कहा, 'आलंद में 6018 आवेदन मतदाताओं के नाम से दाखिल किए गए. जिन लोगों के नाम पर ये आवेदन दाखिल हुए, उन्होंने वास्तव में कभी आवेदन नहीं किया. ये आवेदन अपने आप सॉफ्टवेयर के जरिए किए गए. आलंद में वोटर हटाने के लिए कर्नाटक से बाहर के, अलग-अलग राज्यों के मोबाइल नंबरों का इस्तेमाल किया गया, और ये काम कांग्रेस मतदाताओं को निशाना बनाकर किया गया.'