अहमदाबाद। गुजरात में रविवार को चांदीपुरा वायरस के 13 नए संदिग्ध मामले सामने आए हैं और पांच लोगों की मौत हो गई। राज्य स्वास्थ्य विभाग ने जानकारी देते हुए बताया कि अब तक संदिग्ध मरीजों की संख्या 84 पहुंच गई है, जबकि कुल 32 लोगों की मौत हो चुकी है।
इन शहरों में पाए गए नए संदिग्ध मरीज
जो नए संदिग्ध मामले सामने आए हैं उनमें अहमदाबाद, अरावली और बनासकांठा में दो-दो मरीज जबकि सुरेंद्रनगर, गांधीनगर, खेड़ा, मेहसाणा, नर्मदा, वडोदरा और राजकोट में एक-एक मरीज पाए गए हैं।
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक चांदीपुरा वायरस के कारण हुई पांच संदिग्ध मौतों में से दो बनासकांठा जबकि महिसागर, खेड़ा, वडोदरा से एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है।
मध्य प्रदेश और राजस्थान में भी पहुंच चुका है चांदीपुरा वायरस
चांदीपुरा वायरस का संक्रमण अब स्वास्थ्य विशेषज्ञों के लिए दिक्कतें बढ़ाता जा रहा है। करीब एक महीने से गुजरात के कई हिस्सों से संक्रमण के मामले रिपोर्ट किए जा रहे थे, हालिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अब ये वायरस मध्यप्रदेश और राजस्थान में भी पहुंच गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने विशेषज्ञों के साथ मिलकर पिछले दिनों तीनों राज्यों में चांदीपुरा वायरस और एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम के मामलों की समीक्षा की। स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक विज्ञप्ति में कहा कि स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक (डीजीएचएस) डॉ. अतुल गोयल ने एम्स, निमहंस सहित कई अन्य राज्य निगरानी इकाइयों के विशेषज्ञों के साथ गुजरात, राजस्थान और मध्य प्रदेश में संक्रमण की समीक्षा की है। फिलहाल गुजरात में इस वायरस का सबसे ज्यादा असर देखा जा रहा है।
चांदीपुरा वायरस का बढ़ता खतरा
चांदीपुरा वायरस के संक्रमण के कारण एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) का खतरा देखा जा रहा है, जिसमें संक्रमण के कारण मस्तिष्क में सूजन सहित गंभीर दिक्कतें हो सकती हैं। इस संक्रमण के घातक होने के पीछे एईएस को प्रमुख कारण माना जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जून से लेकर अब तक तीनों राज्यों में 15 वर्ष से कम आयु के बच्चों में एईएस के लगभग 90 मामले सामने आए हैं, जिनमें से अधिकांश मामले और मौतें गुजरात में हुई हैं।
ये संक्रमण बच्चों में अधिक देखा जा रहा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कहा है कि प्रभावित क्षेत्रों में सभी लोगों को विशेष सावधानी बरतते रहने की जरूरत है।