औरंगाबाद। दिल्ली से पटना जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट रविवार को दोपहर बाद औरंगाबाद में फंस गई। गनीमत यह रही कि फ्लाइट को नुकसान नहीं पहुंचा। फ्लाइट को सुरक्षित निकालने का प्रयास जारी है। घटना राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-19 जीटी रोड पर बारूण थाना क्षेत्र में रेल ओवरब्रिज पर घटी है।
जानकारी के मुताबिक, दिल्ली से एयर इंडिया के हवाई जहाज को एक एलपी ट्रक सड़क मार्ग से लेकर पटना जा रहा था। इसी दौरान एनएच-19 पर औरंगाबाद के बारुण थाना क्षेत्र में रेल ओवरब्रिज (आरओबी) पर एलपी ट्रक पर लदी फ्लाइट की मुख्य बॉडी आरओबी के उपरी बैरिकेड में फंस गई। फ्लाइट के आरओबी के उपरी बैरिकेड में फंसते ही एनएच पर वाहनों की रफ्तार को ब्रेक लग गया। गाड़ियों की आवाजाही थम गई और एनएच पर जाम लग गया। इस वजह से जाम में वाहनों में फंसे लोगों को परेशानी झेलनी पड़ी।
प्लेन क्रैश तक की उड़ गई अफवाह
इधर फ्लाइट आरओबी के ऊपरी हिस्से में फंसी। उधर अफवाहों का बाजार गर्म हो गया। इसे लेकर खासकर बारुण में कई घंटों तक तरह-तरह की चर्चाएं होती रहीं। इतना तक कि प्लेन के क्रैश होकर एनएच पर गिरने की सर्वाधिक चर्चा हो गई। वहीं, कहीं चर्चा में सच्चाई के स्वरूप में फ्लाइट के एनएच से गुजरने के दौरान आरओबी में फंसने की भी बात चली। ऐसी अफवाहें थोड़ी ही देर में जंगल में लगी आग की तरह पूरे इलाके में फैल गईं। बारूण के इलाके में प्रायः हर चौक-चौराहे पर प्लेन के क्रैश होने की अफवाह वाली चर्चा सुनी-सुनाई गई।
दिल्ली से सड़क मार्ग से पटना जा रही थी फ्लाइट
अफवाहों के बीच यह हकीकत उभर कर सामने आई कि एयर इंडिया की एक फ्लाइट के मुख्य हिस्से को एलपी ट्रक पर लाद कर दिल्ली से पटना ले जाया जा रहा था। इसी दौरान रास्ते में बारुण रेलवे ओवरब्रिज की ऊपरी बैरिकेडिंग की ऊंचाई कम होने के कारण प्लेन का मुख्य हिस्सा उसमें फंस गया।
प्लेन को ले जा रहे वाहन के चालक नरेंद्र सिंह ने बताया कि वह फ्लाइट के अगले मुख्य हिस्से को दिल्ली एयरपोर्ट से लेकर पटना एयरपोर्ट के लिए निकले थे। एयर इंडिया की इस फ्लाइट के हिस्से दो अलग-अलग वाहनों पर थे। इन्हीं में एक वाहन पर लोड प्लेन का अगला हिस्सा आरओबी के ऊपरी हिस्से में फंस गया।
फंसे हुए फ्लाइट को निकालने का चल रहा प्रयास
फ्लाइट के पार्ट के आरओबी में फंसने के बाद उसे सुरक्षित निकालने का प्रयास जारी है। मामले की जानकारी मिलते ही पुल की ऊपरी बैरिकेडिंग बनाने वाली कंपनी डीएफसीसीआईएल के अधिकारी राजेश कुमार मौके पर पहुंच गए हैं। उनके द्वारा फंसे प्लेन को निकालने का क्रियाकलाप तेज कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि सड़क के ऊपर बैरिकेड की ऊंचाई 7.5 मीटर है। यह सड़क की क्षमता के अनुरूप बनाया गया है। यहां पहले भी भारी सामान फंसते-फंसते बचे हैं। उन्होंने कहा कि वे पुल में फंसे प्लेन के पार्ट को निकालने के काम में जुटे हैं। जल्द ही हम इसमें सफल हो जाएंगे।