आज साल का दूसरा और आखिरी चंद्र ग्रहण जारी है। यह एक उपछाया चंद्र ग्रहण है। इस ग्रहण की शुरुआत सुबह 6 बजकर 12 मिनट से हो गई है। इस ग्रहण में चांद पर धूल की एक पट्टी सी नजर आएगी जिसे देख पाना कठिन होगा। इस ग्रहण को अमेरिका, यूरोप, अफ्रीका और एशिया के कुछ हिस्से में देखा जा सकेगा। भारत में यह ग्रहण नहीं दिखाई देगा।
साल का आखिरी चंद्र ग्रहण और उपाय
राहु के बीज मंत्र: “ॐ रां राहवे नमः” का जाप करें।
चंद्रदेव को कुंडली में बली करने के लिए भगवान शिव और चंद्र देव के मंत्रों का जाप करें।
चंद्र ग्रहण के दौरान भगवान का लगातार स्मरण और माला से जाप करें।
भगवान विष्णु की पूजा करें और विष्णु सहस्रनाम सुनें
चंद्र ग्रहण के दौरान क्या न करें
आज साल का आखिरी चंद्र ग्रहण है। यह ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा और यह एक उपछाया चंद्र ग्रहण है, इस वजह से इसका सूतक काल प्रभावी नहीं होगा। जब भी चंद्र ग्रहण लगता है और उसका सूतक काल अगर मान्य होता है उस दौरान कुछ कार्य करना वर्जित माना गया है।
- चंद्र ग्रहण के दौरान भोजन बनाना और खाना दोनों ही वर्जित होता है।
- ग्रहण के दौरान तुलसी के पौधे और देवी-देवताओं की मूर्तियों का छूना वर्जित होता है।
- चंद्र ग्रहण शुरू होने से पहले सूतक काल शुरू हो जाता है। ऐसे में स्पर्श काल से लेकर मोक्ष काल तक शुभ कार्यो को करना वर्जित माना गया है।
- ग्रहण के दौरान मंदिर में पूजा करना वर्जित माना गया है।
- ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए।