नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में एक बार फिर अवैध अतिक्रमण के खिलाफ बुलडोजर कार्रवाई होने जा रही है। बुलडोजर एक्शन से पहले ही यमुना खादर इलाके में लोग अपनी-अपनी झुग्गियां खाली कर रहे हैं।
राजधानी दिल्ली के यमुना खादर इलाके में झुग्गियों को हटाने का अभियान चलने जा रहा है। उससे पहले ही लोग अपनी झुग्गियां खाली कर रहे हैं। झुग्गी में रहने वाली एक महिला पूजा ने बताया कि मैं पिछले 25 सालों से यहां रह रही हूं। हमें मकान ढहाने का नोटिस मिला है। हम खुद ही झुग्गी खाली कर रहे हैं, क्योंकि हम नहीं चाहते कि हमारे सामान को नुकसान पहुंचे। हमें पुलिस से अपना सामान खाली करने के लिए फोन आया है।
हाईकोर्ट ने नर्सरी उखाड़ने के खिलाफ याचिका की खारिज
उच्च न्यायालय ने नर्सरी कल्याण एसोसिएशन द्वारा नर्सरी उखाड़ने के मामले में दायर याचिका को खारिज कर दिया है। मामले में दिल्ली-2021 के मास्टर प्लान के जोन ‘ओ’ यानी यमुना बाढ़ के मैदान में आने वाले यमुना खादर के क्षेत्र में काम करने वाली नर्सरी कल्याण एसोसिएशन ने याचिका दायर की थी।
उच्च न्यायालय ने कहा है कि राजधानी में यमुना नदी का जलस्तर सीमा पार कर चुका है और इसके पुनरुद्धार और कायाकल्प में किसी भी तरह का हस्तक्षेप उचित नहीं है। न्यायमूर्ति धर्मेश शर्मा ने कहा कि यमुना नदी की वर्तमान स्थिति उस सीमा को पार कर गई है, जहां इसके कायाकल्प और बहाली के प्रयासों में किसी भी तरह का हस्तक्षेप चाहे वह मानवीय या सहानुभूतिपूर्ण विचारों की आड़ में हो उचित नहीं ठहराया जा सकता।
एसोसिएशन डीडीए की तरफ से उनकी नर्सरियों को उखाड़ने और बुलडोजर से सभी वृक्षारोपण को नष्ट करने की कार्रवाई से व्यथित थी। उसका कहना था कि यह कार्य नियमविरुद्ध तरीके से किया गया।