नई दिल्ली । एमसीडी की ओर से विभिन्न मामलों में सील की जाने वाली संपत्तियों को डिसील करना अब आसान नहीं होगा। एमसीडी इस पर लगाम कसने के लिए सील की गई संपत्ति को टीन से कवर करने, कंटीले तार लगाने समेत अन्य तौर-तरीकों पर विचार कर रही है। साथ ही सील संपत्तियों की सतत निगरानी की भी व्यवस्था पर विचार किया जा रहा है।
ताकि किसी भी संपत्ति को डिसील करने पर विभाग को मालूम हो जाए और वह दोषी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर सके।
एमसीडी संपत्तियों में भवन उप नियमों का उल्लंघन करने, अवैध तौर पर संपत्ति बनाने, संपत्तियों में प्रतिबंधित गतिविधियों को अंजाम, करों की बकाया राशि न देेने पर सीलिंग कार्रवाई करती है। मगर संपत्ति डीसील कराने की शर्तें कड़ी होने के कारण अधिकांश लोग एमसीडी के पास आने के बजाए अपनी संपत्तियों को कुछ अरसे बाद स्वयं डिसील कर देते हैं। इस बारे में एमसीडी को मालूम नहीं हो पाता है। दरअसल वह अब तक एक कपड़ा बांधकर संपत्ति को सील करती है। एमसीडी नेे इस समस्या से पार पाने के लिए अब एक नई रणनीति अपनाने का निर्णय लिया है। वह संपत्तियों को सील करने में ऐसे उठाने पर विचार कर रही है, जिसकी काट करना आसान न हो।
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इन तरीकों पर हो रहा विचार
एमसीडी के अधिकारियों के अनुसार, राजधानी से सटे उत्तर प्रदेश व हरियाणा के शहरों में संपत्ति सील करने में अपनाई जाने वाली प्रणाली के बारे में मालूम किया जा रहा है। कुछ अधिकारियों का सुझाव है कि सीलिंग कार्रवाई में संपत्ति को लोहे की चादरों (टीन) से कवर किया जाए। कांटेदार तार भी लगाए जाएं और इसका खर्चा संपत्ति मालिक से लिया जाए। यह कदम उठाने से संपत्ति को डिसील करने के साथ-साथ उसमें प्रवेेश करना आसान नहीं होगा। सील संपत्ति की निगरानी बढ़ाई जाए।
एमसीडी स्वच्छता अभियान शुरू करेगी, सभी जोन में होंगे कार्यक्रम
एमसीडी 17 सितंबर से एक अक्तूबर तक वार्ड स्तर पर व्यापक स्वच्छता अभियान शुरू करने जा रही है। इस पहल का उद्देश्य स्वच्छता और पर्यावरणीय जिम्मेदारी को बढ़ावा देना है। अभियान के तहत स्वच्छता के बारे में जागरूकता बढ़ाने, कचरा प्रबंधन और कूड़े के सही निपटान पर जोर दिया जाएगा।
एमसीडी के अनुसार, स्वच्छता ही सेवा के दौरान मेगा स्वच्छता अभियान का आयोजन करेगी। गंदे स्थलों की सफाई और सुधार पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। ऐसे कुल 74 स्पॉट्स की पहचान की गई है। इन्हें साफ करके सौंदर्यीकरण का कार्य कराया जाएगा। सभी जोन में बड़े पैमाने पर स्वच्छता आधारित गतिविधियां और कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
इनमें पौधारोपण, स्वास्थ्य शिविर, आरडब्ल्यूए में ठोस कचरा प्रबंधन और स्वच्छता पर कार्यशाला, स्कूल और कॉलेजों में चित्रकला प्रतियोगिता, गार्बेज वल्नरेबल पॉइंट की सफाई और सौंदर्यीकरण, वाणिज्यिक क्षेत्रों में प्लास्टिक के उपयोग न करने के लिए रैलियां, बैक लेन सफाई अभियान और सौंदर्यीकरण, प्लॉग रन और श्रमदान जैसी गतिविधियां आयोजित की जाएंगी।