नई दिल्ली । बाहरी जिला पुलिस ने अलग-अलग अभियान चला कर 10 साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में पता चला है कि आरोपी क्रेडिट कार्ड में फर्जीवाड़ा, निवेश कराने और चोरी के मोबाइल से पैसे निकालते थे।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि 10 दिसंबर को शिकायतकर्ता ने बताया कि उसने पुष्कर राज ठाकुर: स्टॉक नामक एक टेलीग्राम ग्रुप में शामिल होकर और एक व्हाट्सएप अकाउंट पर मिले लिंक पर क्लिक किया। इस दौरान लगभग 60 हजार रुपये की ठगी हुई। इंस्पेक्टर सुनील कुमार के नेतृत्व में गठित पुलिस टीम ने जांच शुरू की। जांच के दौरान, टीम ने तकनीकी जानकारी विकसित की जिससे पता चला कि यह राशि आगरा (यूपी) के रहने वाले दो व्यक्तियों आकाश कुशवाह और धीरज चौधरी से जुड़े कई बैंक खातों में जमा की गई थी। टीम ने आगरा में छापेमारी कर योगेश कुशवाह नामक एक संदिग्ध को पकड़ा। वहीं 14 दिसंबर को टिपलाइन के दो मामलों में रोहित तंवर और विनीत को गिरफ्तार किया गया।
क्रेडिट कार्ड से 99 हजार रुपये निकाले
14 दिसंबर को एक पीड़ित ने बताया कि उनके क्रेडिट कार्ड से किसी ने 99 हजार रुपये निकाल लिए। जांच के दौरान पता चला कि यह ठगी गई रकम दिल्ली के उत्तम नगर निवासी रोशन नामक व्यक्ति के बैंक खाते में जमा की गई थी। टीम ने वहां छापा मारा और उसे पकड़ लिया। आगे की पूछताछ में पता चला कि संदिग्ध रोशन ने अपना बैंक खाता दिल्ली के उत्तम नगर निवासी अर्जुन सिंह के माध्यम से सनी नामक व्यक्ति को बेच दिया था। इसके बाद टीम ने अर्जुन को पकड़ा। इसके बाद सनी को गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं 15 दिसंबर काे क्रेडिट कार्ड रिडीम पॉइट्स बढ़ाने के नाम पर ठगी गई। इसमें पुलिस ने अमित मेहता को पकड़ लिया।
मोबाइल चोरी कर 90 हजार निकाले
14 दिसंबर को पुलिस को एक पीड़ित ने बताया कि उनके पिता का मोबाइल फोन एक शादी समारोह में चोरी हो गया और तुरंत ही कई ट्रांजेक्शन के माध्यम से उनके बैंक खाते से 90,000 रुपये की राशि निकाल ली गई। निकाली गई राशि रोहतक निवासी दीपक के बैंक में जमा हुई है। दीपक ने बताया कि उसने अपना बैंक खाता राकेश सहरावत को दे रखा है। फिर राकेश को पकड़ा गया। उसने बताया कि लकी नामक युवक ने पैसे जमा किए थे। इसके बाद पुलिस ने लकी को पकड़ा। इसके बाद टीम ने आरोपी दीपक, राकेश और लकी को गिरफ्तार कर लिया गया।