नई दिल्ली । आरबीआई की मौद्रिक समिति नीति की तीन दिवसीय बैठक का फैसला शुक्रवार को आएगा। उम्मीद है कि रेपो दर में इस बार 0.25 फीसदी की कटौती हो सकती है। अभी यह 6.5 फीसदी पर बनी हुई है। बैंक ऑफ बड़ौदा की रिपोर्ट के अनुसार, केंद्रीय बैंक का मुख्य ध्यान महंगाई पर है, जिसमें नरमी दिख रही है।
मुख्य रूप से टमाटर, प्याज और आलू जैसी जरूरी सब्जियों की कीमतों में गिरावट से मुद्रास्फीति का दबाव कम हो गया है। इसलिए, रेपो दर में कटौती की संभावना है।
इस बार भी यथावत रह सकती है दर : वेंपति
अर्थशास्त्री संदीप वेंपति का मानना है कि आरबीआई इस बार भी दर को यथावत रख सकता है, क्योंकि महंगाई अब भी चार फीसदी के लक्ष्य के ऊपर है। आरबीआई से मूल्य स्थिरता बनाए रखते हुए विकास पर ध्यान देने की भी उम्मीद है। केंद्रीय बैंक अतिरिक्त तरलता उपायों की भी घोषणा कर सकता है।